पहली सरकारी कंपनी ला रही है इनविट आईपीओ, पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन जुटाएगी 8 हजार करोड़ रुपए
मुंबई-इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन की सरकारी कंपनी पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन ने इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट (इनविट) आईपीओ लाने की योजना बनाई है। कंपनी ने इसके लिए सेबी के पास ड्राफ्ट रेड हियरिंग प्रोसपेक्टस (डीआरएचपी) फाइल किया है। इसके जरिए कंपनी 8 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। पावर ग्रिड का शेयर इस समय 192 रुपए पर है। इसका मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए है।
यह पहली सरकारी कंपनी है जो इनविट ला रही है। अगर यह IPO सफल होता है तो इससे सरकार को मदद मिल सकती है। सरकार ने इस वित्त वर्ष में 2.10 लाख करोड़ रुपए की रकम जुटाने का लक्ष्य रखा है। इस सरकारी इनविट इश्यू से पावर ग्रिड को ट्रांसमिशन नेटवर्क के विस्तार में नए निवेश के लिए अवसर मिलेगा। इनविट की इस रकम से कंपनी कर्ज भी घटाने की योजना बना सकती है।
पावर ग्रिड की इस डील में पेंशन फंड और सॉवरेन फंड ने दिलचस्पी दिखाई है। IPO से जुटी यह रकम पावर ग्रिड के पास जाएगी और वह इसका फैसला करेगी कि इसका क्या किया जाएगा। साथ ही डिविडेंड भी कंपनी दे सकती है। बता दें कि पावर ग्रिड पहले से बाजार में लिस्टेड कंपनी है। इस आईपीओ के लीड मैनेजर में आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज, एडलवाइस और एचएसबीसी सिक्योरिटीज हैं।इस इनविट को मार्च में लांच किए जाने की उम्मीद है। पिछले साल सितंबर में कैबिनेट कमिटी ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स ने पावर ग्रिड को असेट मोनेटाइजेशन (संपत्तियों के जरिए पैसे जुटाने) की योजना को मंजूरी दी थी। इस मोनेटाइजेशन के तहत कंपनी हाई वोल्टेज ट्रांसमिशन लाइन और सब स्टेशन को सबसे पहले फोकस करेगी।
निजी सेक्टर में अभी तक इंडी ग्रिड इनविट, आईआरबी इंफ्रा इनविट आईपीओ आए हैं। इनविट मूलरूप से एक कलेक्टिव निवेश स्कीम होती है। यह म्यूचुअल फंड के जैसे होती है। यह लोगों से पैसे जुटाती है और इन पैसों को वह इंफ्रा के प्रोजेक्ट में निवेश करती है। इस निवेश पर निवेशकों को फायदा मिलता है।