हेमंत घई अकेले नहीं, जानिए शेयर बाजार के ‘खिलाड़ी’ कैसे निवेशकों को चूना लगाते हैं
मुंबई-CNBC आवाज के शो ‘स्टॉक 20-20’ के मामले ने एक बार फिर शेयर बाजार के निवेशकों को चिंतित कर दिया है। सेबी ने शो के एंकर हेमंत घई को फ्रंट रनिंग के मामले में 2.95 करोड़ रुपए वापस लौटाने को कहा है। यह वो पैसा है, जो उन्होंने शेयर बेच कर कमाए हैं। साथ ही उनके, उनकी मां और उनकी पत्नी पर शेयर बाजार में कारोबार करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यहां हम बता रहे हैं कि इस तरह के शो पर निवेशकों को कितना भरोसा करना चाहिए।
हेमंत घई रोज सुबह निवेशकों को कहते थे कि आप अमुक शेयर खरीदिए। उस शेयर को वे एक दिन पहले ही खरीद लेते थे। शो देखने वाले उनकी रिकंमेंडेशन पर जब शेयर खरीदते थे तो शेयर की कीमत बढ़ जाती थी। तब हेमंत घई उस शेयर को बेच देते थे। वे इसका उल्टा भी करते थे। पहले वे कहते थे कि अमुक शेयर बेच दीजिए। शेयर बिकने पर जब भाव गिर जाते थे, तो वे खरीद लेते थे। यानी हेमंत घई अपनी कमाई के लिए शो के दर्शकों को फंसाते थे। इसमें कई बार दर्शकों का नुकसान भी होता था।
वैसे यह खेल केवल हेमंत घई का नहीं है। अनेक ब्रोकिंग हाउस, चैनल और अखबार के साथ तमाम सोशल मीडिया, वाट्सऐप ग्रुप हैं जो इस तरह के काम करते हैं। इसमें उन शेयरों को खरीदने की सिफारिश की जाती है जिन्हें वे बेचना चाहते हैं। जब निवेशक खरीदना शुरू करते हैं तो शेयरों की कीमतें बढ़ जाती हैं। फिर यही लोग अपने शेयर बेच कर मुनाफा कमा लेते हैं। दूसरी तरफ, इन्हें जब कोई शेयर खरीदना होता है तो उसे बेचने की सलाह देकर भाव कम करवा देते हैं। हालांकि सेबी समय-समय पर ऐसे लोगों पर कार्रवाई तो करता है, पर निवेशकों को जो घाटा हो गया, वह उन्हें वापस नहीं मिल पाता है।
किसी भी शेयर को खरीदने या बेचने से पहले उसके बारे में पड़ताल करनी चाहिए। पहले तो यह कोशिश करनी चाहिए कि सस्ते शेयरों (पेनी स्टॉक) से दूर रहें। निवेशक अक्सर ऐसे शेयरों में फंस जाते हैं। उदाहरण के तौर पर जब लक्ष्मी विलास बैंक को रिजर्व बैंक ने डीबीएस के हवाले किया तो उसके बाद भी निवेशक शेयर खरीदते रहे। 3 दिन में यह शेयर 70% टूटा था। निवेशक इस उम्मीद में थे कि डीबीएस खरीदेगा तो उन्हें पैसा मिलेगा। पर ऐसा नहीं हो पाया।
दूसरा उदाहरण देखिए- जेट एयरवेज में अभी कोई बिजनेस नहीं चल रहा है। बस एक नाम ही उसके पास बचा है। यह शेयर 250 से टूटकर 13 रुपए तक गया। पिछले दो महीनों में यह शेयर 165 रुपए तक चला गया। उसके बाद यह फिर गिर कर 126 पर आ गया है। हर दिन लोअर सर्किट लग रहा है। फिर भी निवेशक लगातार खरीद रहे हैं। उन्हें उम्मीद है कि गर्मियों में इसकी फ्लाइट्स चालू हो जाएंगी। इस तरह के शेयरों के घटने और बढ़ने के पीछे बड़े पंटर्स होते हैं। वे लगातार शेयरों की कीमतें बढ़ाते रहते हैं। जब कीमतें बढ़ जाती हैं तो वे बेच कर निकल जाते हैं। निवेशक उसमें फंसे रह जाते हैं।
म्यूचुअल फंड के जरिए सुरक्षित निवेश कर सकते हैं
कहा जाता है कि आप जितनी तेजी से ऊपर जाते हैं, उतनी ही तेजी से नीचे भी आते हैं। यह बात शेयर बाजार में निवेश पर भी लागू होती है। हो सकता है आप छोटे शेयर खरीद कर एक दिन में 50% का फायदा कमा लें, लेकिन आपको इतना घाटा भी हो सकता है। सुरक्षित निवेश के लिए आप म्यूचुअल फंड का रास्ता अपना सकते हैं। म्यूचुअल फंड में फंड मैनेजर के पास लंबा अनुभव होता है। वह आपके निवेश पर एक औसत रिटर्न देता रहता है।