खाद्य वितरण प्लेटफॉर्मों का कुल उत्पादन मूल्य 1.2 लाख करोड़ रुपये, 13.7 लाख रोजगार
मुंबई- देश के खाद्य वितरण प्लेटफॉर्म क्षेत्र ने 2023-24 में 1.2 लाख करोड़ रुपये मूल्य का सकल उत्पादन किया है। घरेलू अर्थव्यवस्था की तुलना में यह तेजी से विस्तार कर रहा है। इससे यह एक शक्तिशाली आर्थिक इंजन के रूप में उभरा है। एनसीएईआर-प्रोसस की रिपोर्ट के अनुसार, इस क्षेत्र ने 2021-22 में 10 लाख से ज्यादा को प्रत्यक्ष रोजगार दिया। 2023-24 में यह बढ़कर 13.7 लाख हो गया।
एनसीएईआर-प्रोसस की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-22 और 2023-24 में कुल श्रमिकों का 0.2 प्रतिशत योगदान इन्हीं प्लेटफॉर्मों का था।2021-22 और 2023-24 के बीच इस क्षेत्र में रोजगार की वृद्धि दर 12.3 फीसदी रही, जबकि देश की आर्थिक वृद्धि दर 7.9 फीसदी थी। खाद्य वितरण प्लेटफॉर्म क्षेत्र में 10 लाख रुपये के उत्पादन से 2021-22 में पूरी अर्थव्यवस्था में 25 लाख रुपये का उत्पादन हुआ। 2023-24 में यह बढ़कर 24.8 लाख रुपये पर पहुंच गया।
प्रोसस के प्रबंध निदेशक सेहराज सिंह ने कहा, गुणक के संदर्भ में खाद्य वितरण प्लेटफॉर्म क्षेत्र में 10 लाख रुपये के उत्पादन पर 2023-24 में 40,000 रुपये का टैक्स उत्पन्न हुआ। 10 लाख रुपये के उत्पादन पर 2023-24 में पूरी अर्थव्यवस्था में 3 नौकरियां सृजित हुईं। एनसीएईआर की प्रोफेसर बोरनाली भंडारी ने कहा, उत्पादन, रोजगार और अप्रत्यक्ष करों में इस क्षेत्र का योगदान न केवल मापने योग्य है, बल्कि व्यापक अर्थव्यवस्था की तुलना में कहीं अधिक तेजी से बढ़ रहा है। इसमें एक संरचनात्मक बदलाव आ रहा है।
59 फीसदी ने नए ग्राहकों तक बढ़ाई पहुंच
रेस्तरां को खाद्य वितरण प्लेटफार्मों से महत्वपूर्ण लाभ हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 59 फीसदी रेस्तरां मालिकों ने नए ग्राहकों तक अपनी पहुंच बढ़ाई। 52.7 फीसदी ने नए मेनू आइटम जोड़े और 50.4 फीसदी ने ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देखी। 2019-2023 की अवधि में प्लेटफार्मों से रेस्तरां के राजस्व का हिस्सा 22 फीसदी से बढ़कर 29 फीसदी हो गया।

