दोपहिया ईवी की रफ्तार हुई और तेज, इस साल 11.8 लाख वाहनों का हुआ पंजीकरण
मुंबई- देश के इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार में इस साल भी अच्छी तेजी दिखी है। जनवरी से नवंबर के बीच कुल पंजीकरण 11.8 लाख यूनिट को पार कर गया है। यह पिछले वर्ष इसी अवधि के 10.7 लाख यूनिट से अधिक है। अक्तूबर की त्योहारी भीड़ के बाद नवंबर के पंजीकरण में सालाना आधार पर तीन प्रतिशत की गिरावट आई। मासिक आधार पर यह गिरावट 17 प्रतिशत पर पहुंच गई।
वाहन के आंकड़ों के अनुसार, कुल मिलाकर पहले 11 महीनों में बिक्री में 10 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि दिसंबर तक कुल वृद्धि 8 से 10 फीसदी के बीच रहेगी। दुर्लभ खनिजों की कमी से उत्पादन बाधाओं ने पिछले कुछ महीनों से उद्योग को प्रभावित किया है। यह उत्पादन संख्या को लगातार प्रभावित कर रहा है।
इसके अलावा, ओला जैसी बड़ी कंपनियों ने कई कारणों से हाल के महीनों में पर्याप्त बिक्री नहीं की है। इससे कुल मिलाकर उद्योग की बिक्री में गिरावट आई है। हालांकि इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) को शुरुआती दौर में अपनाने वाले लोग हैं। फिर भी आंतरिक दहन इंजन (आईसीई) वाहनों को अधिक पसंद किया जा रहा है।
टीवीएस की सबसे अधिक बिक्री
वाहन पोर्टल के एक दिसंबर तक के आंकड़ों से पता चलता है कि 11 महीने की अवधि के दौरान पारंपरिक मूल उपकरण निर्माताओं (ओईएम) का स्पष्ट प्रभुत्व रहा है। नई कंपनियों की गति में तेजी से बदलाव देखा गया है। टीवीएस मोटर जनवरी-नवंबर के दौरान सबसे अधिक 2,72,874 वाहने बेचे हैं। बजाज ऑटो 2,50,366 इकाइयों की बिक्री के साथ दूसरे स्थान पर रही। ओला इलेक्ट्रिक 190,088 वाहनों के पंजीकरण के साथ तीसरे स्थान पर रही।

