फ्लिपकार्ट से अलग हुई फोन पे, 40 हजार करोड़ से ज्यादा का वैल्यूएशन
मुंबई– डिजिटल पेमेंट कंपनी फोन पे अब अलग कंपनी बन गई है। अपनी पेरेंट कंपनी वॉलमार्ट की मालिकाना हक वाली फ्लिपकार्ट ऋ से वह अलग होकर एक स्वतंत्र कंपनी बन गई है। हालांकि इसके बावजूद इसका अधिकांश हिस्सा फ्लिपकार्ट के पास रहेगा। इससे फोन पे का वैल्युएशन करीब 40 हजार 633 करोड़ रुपए आंका गया है।
इसके बाद फोन पे ने कहा कि नई शुरुआत करने के लिए उसने 5,174 करोड़ रुपए जुटाने की योजना बनाई है। नए फैसले के बाद अब फोन पे में फ्लिपकार्ट की हिस्सेदारी 100% से घटकर 87% रह जाएगी। 10% हिस्सेदारी अमेरिकी रिटेल कंपनी वॉलमार्ट की होगी और 3% हिस्सेदारी टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट होल्डिंग की होगी। फोन पे कंपनी बन जाने के बाद इसे अपने लिए नए बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स का गठन करने का अधिकार होगा।
कॉर्पोरेट रिस्ट्रक्चरिंग प्लान के तहत अब फोन पे के कर्मचारियों के लिए फ्लिपकार्ट से अलग इंप्लॉई स्टॉक ऑप्शन (Esop) प्लान बनाया जाएगा और इसके सभी कर्मचारियों को Esop पाने का अधिकार होगा। फोन पे ने कहा कि 5,174 करोड़ रुपए का का जो निवेश उसे मिलेगा वह वॉलमार्ट और टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट से मिलेगा। इसके साथ ही किसी नए इन्वेस्टर से अब फंड नहीं जुटाया जाएगा। यह फंड कंपनी को दो बार में मिलेगा। इस फंड का पहला हिस्सा अगले महीने मिल सकता है।
फ्लिपकार्ट ने कहा कि फोन पे के बिजनेस को भारत से बाहर विस्तार देने और उसे खुद के लिए फंड जुटाने की सुविधा देने के लिए यह फैसला किया गया है। भारत में फोन पे और फ्लिपकार्ट दोनों के 25-25 करोड़ से अधिक यूजर हैं। स्वतंत्र कंपनी बन जाने के बाद फंड जुटाने के लिए कंपनी अब अपना अलग IPO ला सकेगी। फोन पे अपना IPO वर्ष 2023 में ला सकती है। उम्मीद है कि फोन पे वर्ष 2022 में प्रॉफिट में आ सकती है।

