देश में बेरोजगारी दर बढ़कर मई में 5.6 फीसदी पर, महिलाएं ज्यादा बेरोजगार
मुंबई- देश में बेरोजगारी की दर मासिक आधार पर बढ़कर मई में 5.6 फीसदी पर पहुंच गई है। अप्रैल में यह 5.1 प्रतिशत थी। इसका मुख्य कारण मौसमी बदलाव है। सोमवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं में बेरोजगारी की दर पुरुषों से ज्यादा 5.8 प्रतिशत थी।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने देश में नौकरियों के लिए पात्र लोगों के बीच बेरोजगार लोगों के अनुपात की वास्तविक समय पर निगरानी करने के प्रयासों के तहत पहला मासिक आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) मई में जारी किया था, जिसमें अप्रैल की बेरोजगारी दर थी। देश भर में 15 से 29 आयु वर्ग में बेरोजगारी दर अप्रैल के 13.8 प्रतिशत से बढ़कर मई में 15 फीसदी हो गई।
आंकड़ों के अनुसार, शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी की दर अप्रैल के 17.2 प्रतिशत से बढ़कर मई में 17.9 प्रतिशत हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में यह 12.3 प्रतिशत से बढ़कर 13.7 प्रतिशत हो गई। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार प्राथमिक क्षेत्र (कृषि) से हटकर (अप्रैल में 45.9 प्रतिशत से मई में 43.5 प्रतिशत तक) द्वितीयक और सेवा क्षेत्रों में स्थानांतरित हो गया है। रबी की कटाई के मौसम की समाप्ति के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए कृषि गतिविधियों में कमी आई है, जिससे श्रमिकों की संख्या में कमी आई है।
आंकड़ों के मुताबिक, शहरी क्षेत्रों में मामूली परिवर्तन दिखा है। 23.7 प्रतिशत से बढ़कर मई में 24.7 प्रतिशत हो गई। 15-29 आयु वर्ग की महिलाओं में बेरोजगारी दर भी पूरे देश में (ग्रामीण और शहरी) अप्रैल में 14.4 प्रतिशत से मई में बढ़कर 16.3 प्रतिशत हो गई। गांवों में 10.7 प्रतिशत से बढ़कर मई में 13 प्रतिशत हो गई। 15-29 वर्ष की आयु के पुरुषों में बेरोजगारी दर मई में 14.5 प्रतिशत दर्ज की गई।
15 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों में श्रम बल भागीदारी दर (एलएफपीआर) मई में 54.8 और अप्रैल में 55.6 फीसदी रह गई। ग्रामीण क्षेत्रों में भागीदारी दर घटकर मई में घटकर 56.9 फीसदी हो गई। शहरी क्षेत्रों में घटकर 50.4 फीसदी रही। 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के पुरुषों में एलएफपीआर भी अप्रैल के 79 प्रतिशत से घटकर मई में 78.3 प्रतिशत रह गई।
सर्वेक्षण में 89,372 परिवारों को शामिल किया। इसमें ग्रामीण क्षेत्रों में 49,267 और शहरी क्षेत्रों में 40,105 परिवार थे। इसमें कुल 3,79,600 लोग शामिल हुए। श्रम बल सर्वेक्षण अब तक तिमाही के साथ-साथ वार्षिक आधार पर भी जारी किया गया है।