कच्चे तेल की कीमतें चार फीसदी बढ़कर 65 डॉलर के पार हुईं, आगे और बढ़ेंगी
मुंबई- उत्पादक समूह ओपेक और अन्य देशों द्वारा जुलाई में उत्पादन वृद्धि को पिछले दो महीनों के समान स्तर पर बनाए रखने के बाद सोमवार को कच्चे तेल की कीमतें चार फीसदी बढ़कर 65 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गईं। ब्रेंट क्रूड 2.28 डॉलर तेजी के साथ 65.06 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड 4.9% बढ़कर 63.78 डॉलर पर पहुंच गया।
पेट्रोलियम निर्यातक देशों के संगठन और उसके सहयोगियों (ओपेक प्लस) ने शनिवार को जुलाई में लगातार तीसरे महीने 411,000 बैरल प्रति दिन (बीपीडी) उत्पादन बढ़ाने का फैसला किया था। सूत्रों ने बताया समूह आगे चलकर इससे भी बड़ी वृद्धि पर चर्चा कर सकता है। तेल व्यापारियों ने कहा, 411,000 बीपीडी की वृद्धि पहले ही ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई वायदा में शामिल कर ली गई थी।
ओनिक्स कैपिटल ग्रुप के विश्लेषक हैरी चिलिंगुइरियन ने लिंक्डइन पर लिखा, आगे चलकर तेलों की कीमतों में बहुत ज्यादा तेजी सकती है। कजाकिस्तान ने ओपेक+ को बताया है कि उसका तेल उत्पादन में कटौती करने का कोई इरादा नहीं है। गोल्डमैन सैश का मानना है कि ओपेक+ प्लस अगस्त में अंतिम 410,000 बीपीडी उत्पादन वृद्धि लागू करेगा।
मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने कहा, अक्तूबर तक हर महीने 411,000 बीपीडी की वृद्धि होगी और कुल 22 लाख बीपीडी हो जाएगी। इस नई घोषणा के साथ इस बात के बहुत कम संकेत हैं कि कोटा वृद्धि की गति धीमी हो रही है।