परिवारों पर कर्ज का दबाव, क्रेडिट कार्ड खर्च घटकर 8 माह के निचले स्तर पर
मुंबई- क्रेडिट कार्ड के जरिये उपभोक्ता खर्च फरवरी में घटकर आठ महीने के निचले स्तर 1.67 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है। जनवरी में 1.84 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए थे। यह रुझान देश के विवेकाधीन खर्च में गिरावट को दर्शाता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों के अनुसार, इस गिरावट के साथ ही नए क्रेडिट कार्ड की संख्या भी जनवरी के 8.20 लाख से लगभग आधी होकर फरवरी में 4.40 लाख रह गई। तीन सबसे बड़े कार्ड जारी करने वाले एचडीएफसी बैंक, एसबीआई कार्ड्स और आईसीआईसीआई बैंक ने काफी कम कार्ड जोड़े। क्रेडिट कार्डों की संख्या बढ़कर 10.13 करोड़ हो गई। क्रेडिट कार्ड जारी करने में एचडीएफसी बैंक सबसे आगे है, जिसके कार्डों की संख्या 2.36 करोड़ है। एसबीआई कार्ड की 2.06 करोड़, आईसीआईसीआई बैंक की 1.81 करोड़ और एक्सिस बैंक के कार्डों की संख्या 1.47 करोड़ है।
पॉइंट ऑफ सेल पर लेनदेन 62,125 करोड़ रुपये रहा, जो जनवरी 2025 में 69,429 करोड़ रुपये था। ई-कॉमर्स पर भुगतान 1.15 लाख करोड़ रुपये से घटकर 1.05 लाख करोड़ रुपये रह गया। विश्लेषकों के मुताबिक, पिछले कुछ महीने से असुरक्षित ऋण को लेकर दबाव बढ़ा है। कुल मिलाकर परिवारों पर कर्ज बढ़ रहा है। इससे कार्ड जारी करने और क्रेडिट कार्ड पर खर्च में गिरावट आ सकती है।
क्रेडिट कार्ड के प्रमुख जारीकर्ताओं के लेनदेन में भी गिरावट आई है। सबसे ज्यादा क्रेडिट कार्ड जारी करने वाले एचडीएफसी बैंक के क्रेडिट कार्ड से खर्च फरवरी में घटकर 46,378 करोड़ रुपये रह गया। जनवरी में 50,664 करोड़ रुपये था। आईसीआईसीआई के कार्ड से लेनदेन घटकर 30,991 करोड़ रुपये और एक्सिस बैंक के क्रेडिट कार्ड से खर्च घटकर 18,884.27 करोड़ रुपये रह गया। एसबीआई कार्ड से खर्च घटकर 26,175 करोड़ रुपये रह गया।