क्रिप्टोकरेंसी की पूंजी दो महीने में 87 लाख करोड़ रुपये घटी, निवेशक परेशान
मुंबई- दुनियाभर के बाजारों में मची उथल-पुथल के बीच क्रिप्टोकरेंसी भी चपेट में आ गई है। पिछले दो महीने में बाजार पूंजीकरण 87 लाख करोड़ रुपये (एक लाख करोड़ डॉलर) घट कर 2.77 लाख करोड़ डॉलर रह गया है। भारतीय बाजार की पूंजी अक्तूबर के बाद से अब तक 84 लाख करोड़ रुपये घटी है।
हाल के सप्ताहों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तेजी से गिरावट आई है। इसमें जल्द तेजी आने की उम्मीद नहीं है। डोनाल्ड ट्रम्प की चुनाव जीत के बाद क्रिप्टो का मूल्य जितना बढ़ा था, वह सभी अब खत्म हो गया है।
क्रिप्टो की सबसे बड़ी मुद्रा बिटकॉइन का मूल्य 22 फीसदी गिरकर अब 79,585 डॉलर हो गया है। जनवरी में यह 1.09 लाख डॉलर के शीर्ष पर था। ईथर, सोलाना और एक्सआरपी सहित अन्य मुद्राओं में भी भारी गिरावट आई है। विश्लेषकों ने कहा, बाजार में अनिश्चितता बढ़ रही है, जिससे बिटकॉइन को बिल्कुल भी मदद नहीं मिल रही है।
पिछले 5 दिनों में इनकी कीमत 20 फीसदी से ज्यादा तक गिर गई है। सबसे ज्यादा नुकसान दुनिया की दूसरी सबसे महंगी क्रिप्टो एथेरियम को हुआ है। वहीं पिछले 24 घंटे में भी इनकी स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही है। दुनिया की सबसे महंगी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन की कीमत पिछले 24 घंटे में 5 फीसदी से ज्यादा गिर गई है। शुक्रवार शाम 4 बजे इसकी कीमत 69.94 लाख रुपये थी। वहीं पिछले 5 दिनों में इसमें करीब 16 फीसदी की गिरावट आई है। एक महीने में स्थिति और बुरी रही है। पिछले एक महीने में बिटकॉइन की कीमत 22 फीसदी गिर गई है।
बिटकॉइन के बाद यह दुनिया की दूसरी सबसे महंगी करेंसी है। शुक्रवार को इसमें 7 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई। शाम 4 बजे इसकी कीमत 1.86 लाख रुपये थी। वहीं पिछले 5 दिन की बात करें तो इसमें 23 फीसदी की गिरावट आ चुकी है। बड़ी-बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में एथेरियम में सबसे ज्यादा गिरावट आई है। वहीं बात अगर एक महीने की करें तो यह 30 फीसदी से ज्यादा लुढ़क चुकी है।
इस क्रिप्टोकरेंसी का नाम भी टॉप की क्रिप्टो में आता है। लेकिन गिरावट से दौर से यह भी नहीं बची है। शुक्रवार शाम 4 बजे यह 7 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ 177.76 रुपये थी। पिछले 5 दिनों में इसमें करीब 20 फीसदी की गिरावट आई है। वहीं एक महीने में यह क्रिप्टो 33 फीसदी गिर चुकी है।