डेढ़ महीने में सोने की कीमतों में भारी गिरावट, आगे कितनी होगी कीमत
मुंबई- अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड रिजर्व की 18 दिसंबर को बैठक होनी है। इस बैठक में ब्याज दर में कटौती पर फैसला लिया जा सकता है। जानकारों की मानें तो ब्याज दरों में कटौती निश्चित है। फेड रिजर्व अमेरिकी को महंगाई से निकालने के लिए ब्याज दरों में कमी करेगा। इस कमी का असर सोने की कीमत पर दिखाई दे सकता है।
सोने की कीमत पिछले डेढ़ महीने में काफी गिर गई है। वहीं पिछले कुछ दिनों से उतार-चढ़ाव जारी है। लगभग यह तय माना जा रहा है कि फेड रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करने जा रहा है। अगर ऐसा होता है तो सोने की कीमत में तेजी आ जाएगी। फेड रिजर्व जब भी ब्याज दरों में कटौती करता है तो सोने की कीमत में तेजी देखी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि ब्याज दरों के कम होने से निवेशक शेयर मार्केट, सरकारी बॉन्ड और अन्य दूसरी स्कीम में निवेश करना बंद कर देते हैं। क्योंकि उन्हें इनमें निवेश करने से ज्यादा ब्याज नहीं मिलता।
दूसरी ओर निवेशक ऐसे में सोने में रुचि दिखाते हैं। वे सोने में जमकर निवेश करते हैं। इससे सोने की मांग और कीमत दोनों बढ़ जाती हैं। इसलिए फेड रिजर्व अगर ब्याज दरों में कटौती करता है तो सोने की कीमत में उछाल आ सकता है।
सोने की कीमत बढ़ने में सिर्फ अमेरिका ही नहीं, चीन भी बड़ा बन रहा है। चीन ने सोने का भंडार करना फिर से शुरू कर दिया है। चीन के केंद्रीय बैंक पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना (PBOC) ने नवंबर में सोने की खरीद फिर से शुरू की। इससे पहले 6 महीने में चीन ने सोने की खरीदारी नहीं की थी। चीन की इस खरीदारी को देखते हुए सोने की मांग बढ़ेगी और इसकी कीमत में तेजी आएगी।
जानकारों के मुताबिक फेड रिजर्व की ओर से ब्याज में कटौती और चीन की ओर से सोने की खरीदारी से इसकी कीमत रॉकेट बन सकती है। अभी सोने की कीमत 77 हजार रुपये के करीब है। माना जा रहा है कि यह दिसंबर 2024 में 80 हजार को पार कर सकती है। अगले साल जुलाई तक यह कीमत 90 हजार के पार पहुंच सकती है। हालांकि सोने के एक साल के रिटर्न को देखें तो दिसंबर 2025 में सोने की कीमत करीब एक लाख रुपये हो सकती है। सोने से इस साल करीब 21 फीसदी रिटर्न दिया है।