फ्लिपकार्ट भी लाएगी आईपीओ, अगले 15 महीने में कर सकती है तैयारी
मुंबई- ऑनलाइन रिटेलर फ्लिपकार्ट अगले 12-15 महीने में इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO लाने की प्लानिंग कर रही है। भारत की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट की वैल्यू करीब 36 बिलियन डॉलर यानी 3.04 लाख करोड़ रुपए है।
फ्लिपकार्ट का IPO देश में किसी भी स्टार्टअप का अब तक का सबसे बड़ा इश्यू हो सकता है। भारत का स्टार्टअप सेक्टर दुनिया में तीसरा सबसे बड़ा है और यही वजह है कि इस इश्यू को अहम माना जा रहा है। फ्लिपकार्ट अमेरिका की मल्टीनेशनल कंपनी वॉलमार्ट की सब्सिडियरी है।
फ्लिपकार्ट ने सिंगापुर से भारत में अपना डोमिसाइल ट्रांसफर करने के लिए इंटरनल अप्रूवल हासिल कर लिया है। इसे कंपनी के IPO के लिए पहला कदम माना जा रहा है। कंपनी अगले कैलेंडर ईयर के आखिरी तक या 2026 की पहली तिमाही में IPO ला सकती है।
कंपनी के IPO की प्रोसेस शुरू हो गई है और अगले 12 से 15 महीने में कंपनी की लिस्टिंग हो सकती है। जोमैटो, नायका और स्विगी जैसी कई कंज्यूमर इंटरनेट कंपनियों की सफल लिस्टिंग के बाद रिटेल इन्वेस्टर्स की स्टार्टअप कंपनियों में दिलचस्पी बढ़ी है।
इससे पहले 13 मई को खबर आई थी कि फ्लिपकार्ट अपनी पैरेंट कंपनी को वापस भारत लाने का प्लान बना रही है। ऑनलाइन कॉमर्स की इस दिग्गज कंपनी ने इस साल लगभग 1 बिलियन डॉलर यानी 8,470 करोड़ रुपए का फंड भी जुटाया है। इसमें गूगल का 35 करोड़ डॉलर यानी 2,964 करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट शामिल हैं।
फ्लिपकार्ट 2021 से ही IPO के प्लान पर चर्चा कर रही है, लेकिन 2022-23 के बीच एडवर्स मार्केट कंडीशन की वजह से कंपनी ने इन चर्चाओं को रोक दिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत में हाल में कई कंज्यूमर कंपनियों की लिस्टिंग हुई है। जिसके बाद एक बार फिर फ्लिपकार्ट की शेयर सेल्स में दिलचस्पी बढ़ी है।
2018 में वॉलमार्ट ने फ्लिपकार्ट में मेजोरिटी स्टेक्स हासिल किए थे। यही वजह है कि वॉलमार्ट के लिए फ्लिपकार्ट की लिस्टिंग अहम होगी। 2018 में फ्लिपकार्ट के अधिग्रहण के बाद से वॉलमार्ट ने इस कंपनी में कई फेज में 2 बिलियन डॉलर (16,942 करोड़) से ज्यादा का इन्वेस्टमेंट किया है। इस साल की शुरुआत में वॉलमार्ट ने कंपनी में 5,082 करोड़ रुपए का निवेश किया है।