सरकारी बैंकों के शेयरों में मिल सकता है जबरदस्त फायदा, ब्रोकरेज हाउसों की राय
मुंबई- चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में सरकारी बैंकों की आय में 39% की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि प्राइवेट बैंकों की आय में सिर्फ 8% की बढ़ोतरी हुई। कमजोर नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) ग्रोथ और नेट इंटरेस्ट मार्जिन (NIM) में गिरावट ने प्राइवेट बैंकों के प्रदर्शन को सीमित कर दिया।
सरकारी बैंकों ने मजबूत आय वृद्धि दर्ज की, जिसमें प्रमुख योगदान ट्रेजरी गेन, बैड लोन की वसूली और गैर-ब्याज आय में सुधार का रहा। शेयरखान ने सरकारी बैंकों पर बुलिश रुख अपनाते हुए SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB), पंजाब नेशनल बैंक (PNB) और बैंक ऑफ इंडिया (BOI) को ‘BUY’ रेटिंग दी है। इन बैंकों के लिए शेयरखान ने नीचे बताए गए प्राइस टार्गेट तय किए हैं:
शेयरखान ने कहा, एसबीआई के शेयर में वर्तमान भाव की खरीदी करने पर 975 रुपये तक जा सकता है। बैंक ऑफ बड़ौदा का भाव 310 रुपये तक जाने की उम्मीद है तो पंजाब नेशनल बैंक का भाव 125 रुपये तक जाने की उम्मीद है। बैंक ऑफ इंडिया के शेयर का भाव 130 रुपये तक जा सकता है।
गौर करने वाली बात है कि सरकारी बैंकों ने ऑपरेटिंग प्रॉफिट में 33% की वृद्धि दर्ज की, जिसमें कम क्रेडिट कॉस्ट और बेहतर लिक्विडिटी पोजिशन ने अहम भूमिका निभाई। प्राइवेट बैंकों की आय में केवल 8% की वृद्धि हुई, जो कमजोर क्रेडिट ग्रोथ और NIM में गिरावट के चलते कम रही। प्राइवेट बैंकों की डिपॉजिट ग्रोथ 15% रही, जबकि लोन ग्रोथ सिर्फ 11% रही, जिससे उनका लोन-डिपॉजिट रेशियो (LDR) घटा। हालांकि, शेयरखान ने प्रमुख प्राइवेट बैंकों को निवेश के लिए बेहतर विकल्प माना है।
इसी तरह निजी बैंकों के शेयरों में भी अच्छा रिटर्न मिल सकता है। एचडीएफसी बैंक के शेयर का भआव 2000 रुपये तक जा सकता है आईसीआईसीआई बैंक का भाव 1500 रुपये तक जा सकता है। एक्सिस बैंक के शेयर के 1400 रुपये तक जाने की उम्मीद है। इंडसइंड बैंक के शेयर का भाव 1500 रुपये तक जा सकता है।
सरकारी बैंकों ने जहां ट्रेजरी गेन और बैड लोन की वसूली का लाभ उठाया, वहीं प्राइवेट बैंकों को कमजोर डिपॉजिट ग्रोथ और NIM में गिरावट का सामना करना पड़ा। प्राइवेट बैंकों की लोन ग्रोथ में सुस्ती और डिपॉजिट की उच्च लागत ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया।
कुल मिलाकर, सरकारी बैंकों ने दूसरी तिमाही में मजबूत प्रदर्शन किया, जबकि प्राइवेट बैंक धीमी गति से बढ़े। हालांकि, बैंकिंग सेक्टर के लंबे समय के आउटलुक को देखते हुए, विशेषज्ञ इसे निवेश के लिए आकर्षक मानते हैं।अच्छी लिक्विडिटी, कम क्रेडिट खर्च और गैर-ब्याज आय में सुधार के कारण बैंकिंग सेक्टर आने वाले समय में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकता है।