हॉस्पिटालिटी क्षेत्र में अगले कुछ वर्षों में 10 लाख नौकरियां मिलने की उम्मीद
मुंबई- हॉस्पिटालिटी क्षेत्र में अगले कुछ वर्षों में लगभग 10 लाख नौकरियां बढ़ने की उम्मीद है। कोरोना के बाद उबरे इस क्षेत्र को प्रतिभाओं की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है। रैंडस्टैड इंडिया के निदेशक संजय शेट्टी ने कहा, उद्योग में प्रतिभा की वर्तमान मांग-आपूर्ति का अंतर 55-60 प्रतिशत है।
शेट्टी ने कहा, महामारी के बाद नौकरियों में उछाल के कारण प्रतिभा की मांग में कमी देखने को मिली है। यह रफ्तार अगले कुछ वर्षों तक जारी रहने की उम्मीद है। इस वजह से कम से कम दस लाख नौकरियां पैदा होंगी। पिछले दो वर्षों में प्रवेश स्तर के पद सबसे अधिक मांग के रूप में उभरने के साथ कोविड के बाद कुल नियुक्तियां चार गुनी से अधिक हो गई हैं।
हॉस्पिटालिटी क्षेत्र के विशेषज्ञों के मुताबिक, कुछ कंपनियां मौजूदा प्रतिभा को निखार रही हैं। साथ ही मांग को पूरा करने के लिए अन्य उद्योगों से भर्ती कर रही हैं। इस वजह से अन्य क्षेत्रों ने प्रतिस्पर्धी वेतन, लाभ और करियर विकास की पेशकश करके प्रतिभाओं को आकर्षित करने और बनाए रखने के प्रयास तेज कर दिए हैं।
टीमलीज डिग्री अप्रेंटिसशिप के उपाध्यक्ष धृति प्रसन्ना महंत ने कहा, अनुमान है कि 2023 में पर्यटन और हॉस्पिटालिटी उद्योग ने लगभग 1.11 करोड़ लोगों को रोजगार दिया है। 2024 तक 1.18 करोड़ लोगों की जरूरत हो सकती है। यह मांग 2028 तक 16.5 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि के साथ बढ़कर 1.48 करोड़ होने का अनुमान है।