एअर एशिया भारत में बंद कर सकती है ऑपरेशन, निवेश की कर रही है समीक्षा
मुंबई– मलेशिया की बजट कैरियर एयरलाइंस कंपनी एअर एशिया भारत में अपना ऑपरेशन बंद कर सकती है। कंपनी ने कहा है कि वह भारत में निवेश की समीक्षा कर रही है। भारत में कंपनी ज्वाइंट वेंचर के तहत अपना कारोबार करती है।
बता दें कि भारत में कंपनी टाटा संस के साथ ज्वाइंट वेंचर में है। इसमें एअर एशिया की 49 पर्सेंट हिस्सेदारी है। खबर है कि टाटा संस एअर एशिया में पूरी हिस्सेदारी खरीद सकता है। एअर एशिया ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोनी फर्नांडीज ने सितंबर में कहा था कि वे अपने एशियन कारोबार को कंसोलिडेट यानी समेटना चाहते हैं। इसका मतलब यह है कि भारत और जापान से कंपनी अपना ऑपरेशन बंद कर सकती है।
एअर एशिया ग्रुप ने कहा कि यह अभी भी अपने प्रतिस्पर्धियों की तुलना में काफी बेहतर पोजिशन में है और मजबूत है। अपने प्रमुख घरेलू बाजारों में रिकवरी के बाद कंपनी काफी मजबूत है। ग्रुप के प्रेसिडेंट बो लिंगन ने कहा कि एअर ट्रैवेल जल्द ही बाउंस बैक होगा। हमारा अनुमान है कि कई रूट पर अगर मांग कोरोना के पहले के स्तर पर जल्दी नहीं पहुंची तो यह 2021 के मध्य तक पहुंच जाएगी।
एअर एशिया ग्रुप के शेयर की कीमत जून के बाद से अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है। मंगलवार को भी इसके शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। बता दें कि भारत में डोमेस्टिक रूट पर एअरलाइंस की शुरुआत कोरोना के बाद 25 मई से हुई है। इस समय एअर ट्रैवेल कोरोना के पहले के स्तर के करीब पहुंच चुका है।
एअर एशिया लगातार भारत में अपने निवेश को लेकर समीक्षा करती रही है। कोरोना के बाद जिस तरह की स्थितियां बदली हैं, ऐसे में ढेर सारी एअरलाइंस कंपनियां खर्च घटाने की योजना बना रही हैं। बता दें कि टाटा ग्रुप भारत में एअर इंडिया की शुरुआत किया था। वह लगातार इसके बाद भी एअर ट्रैवेल सेक्टर में उतरने की कोशिश कर रहा था। अंत में उसने एअर एशिया के साथ यह कारोबार फिर से शुरू किया।