फ्लाइट देरी से 1.55 लाख यात्री परेशान, स्पाइसजेट विमान सबसे ज्यादा रद्द
मुंबई- फरवरी में फ्लाइट की देरी की वजह से 1.55 लाख यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। इस दौरान कुल 1.26 करोड़ ने हवाई जहाज से यात्रा की है। यह एक साल पहले के समान अवधि के 1.20 करोड़ की तुलना में 4.8 फीसदी अधिक है।
नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने बताया कि फ्लाइट में देरी की वजह से विमानन कंपनियों ने यात्रियों को 2.22 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है। 29,413 यात्रियों को फ्लाइट के रद्द होने की वजह से दिक्कतों का सामना करना पड़ा। इनको 99.96 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया। स्पाइसजेट की 1.54 फीसदी, इंडिगो की 0.84 फीसदी और एअर इंडिया की 0.62 फीसदी फ्लाइट रद्द हुईं।
डीजीसीए ने बताया कि पिछले महीने कुल 917 यात्रियों को जहांज में बैठने से रोक दिया गया और इनको 78 लाख रुपये का मुआवजा दिया गया। 37.8 फीसदी यात्रियों ने फ्लाइट की समस्याओं को लेकर शिकायत की। 19 फीसदी ने बैगेज की, 16.3 फीसदी ने रिफंड की और 11.1 फीसदी ने ग्राहक सेवा की शिकायत की।
डीजीसीए ने बताया कि समय पर फ्लाइट पहुंचने में सभी कंपनियां पीछे रहीं। इनमें एअर इंडिया की 56.4 फीसदी फ्लाइट समय पर रहीं। स्पाइसजेट की 59.1 फीसदी समय पर रहीं। इंडिगो की 72.7 फीसदी, विस्तारा की 67.4 फीसदी और अकासा की 72.9 फीसदी फ्लाइट ही समय पर रहीं।