अप्रैल-जून में जमकर मिलेंगी नौकरियां, 36 फीसदी कंपनियां करेंगी भर्ती
मुंबई- देश की करीब 36 फीसदी कंपनियां अप्रैल-जून तिमाही में कर्मचारियों की संख्या बढ़ा सकती हैं। मैनपावर ग्रुप की रिपोर्ट के अनुसार, 33 फीसदी कंपनियां कोई भर्ती नहीं करेंगी। 14 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी कर सकती हैं जबकि तीन फीसदी ने अभी तक कोई योजना नहीं बनाई हैं।
मैनपावर के सर्वे में 3,150 कंपनियों ने हिस्सा लिया। दुनियाभर के 42 देशों के बीच भारत में सबसे ज्यादा मजबूत सेंटिमेंट है। मैनपावर ग्रुप ने कहा, भारत में जरूरत के हिसाब से हुनरमंद लोगों की किल्लत है। प्रतिभाओं की कमी 80 फीसदी तक पहुंच गई है। फिर भी भर्ती के मामले में भारत शीर्ष पर है। अगर 2023 की अप्रैल-जून तिमाही से तुलना करें, तो इस बार भारत का शुद्ध रोजगार आउटलुक 6 फीसदी मजबूत है।
मैनपावर ग्रुप में भारत और मध्य पूर्व के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा, हम लगातार अपनी क्षमताओं और जनसांख्यिकीय लाभांश का फायदा उठाने में जुटे हुए हैं। सरकार अपनी नीतियों से हेल्थकेयर, लाइफ साइंसेज और रिन्यूएबल एनर्जी को लगातार बढ़ावा दे रही है, जिससे इन क्षेत्रों में रोजगार के मौके बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, जो ज्यादा बड़ी कंपनियां हैं, वह 44 फीसदी भर्तियां कर सकती हैं। उसके बाद बड़े संगठन (43 फीसदी) और बड़े उद्यमों (40 फीसदी) का स्थान आता है।
36 फीसदी भर्तियों की उम्मीदों के साथ भारत शीर्ष पर है। अमेरिका में 34 फीसदी और चीन में 32 फीसदी कंपनियां भर्ती कर सकती हैं। जापान 11 फीसदी और ताईवान 12 फीसदी नई नौकरियां दे सकता है। वैश्विक औसत 22 फीसदी रहा है। रोमानिया सबसे पीछे है, जहां दो फीसदी लोगों का रोजगार छिन सकता है।