एक महीने में टेक्नोलॉजी क्षेत्र में 32 हजार लोगों की हुई छंटनी, बढ़ेंगी दिक्कतें
मुंबई- टेक इंडस्ट्री में छंटनी की खतरा मंडरा रहा है। साल 2024 को शुरू हुए अभी एक ही महीना हुआ है और लगभग 32 हजार लोगों को नौकरियां चली गई हैं। अभी छंटनी की प्रक्रिया के धीमा होने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। आशंका जताई जा रही है कि यह साल टेक प्रोफेशनल के लिए बहुत भारी पड़ने वाला है।
यह साल मुसीबतों भरा रहने वाला है। सोमवार को ही स्नैप इंक ने अपने 10 फीसदी कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है। इस फैसले का असर 540 कर्मचारियों पर पड़ेगा। इससे पहले ओक्टा इंक ने लागत घटाने के लिए 400 कर्मचारियों (लगभग 7 फीसदी) की नौकरियां छीनने का ऐलान किया था। छंटनी की दौड़ में अमेजन, सेल्सफोर्स और मेटा प्लेटफॉर्म्स जैसी दिग्गज टेक कंपनियां भी शामिल हैं।
इस साल भी नौकरियों की स्थिति में सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे. कंपनियां कोरोना महामारी के दौरान की गई हायरिंग में कटौती कर रही हैं। टेक इंडस्ट्री में आर्थिक सुस्ती छाई हुई है। इसमें फिलहाल कोई सुधार होता नहीं दिखाई दे रहा। उन्होंने बताया कि इस साल छंटनी का स्तर छोटा होगा लेकिन, यह जारी रहेगी। पिछले साल बड़े पैमाने पर छंटनी की गई थी।
रोजर ली ने कहा कि नौकरियों में कटौती के पीछे आर्थिक कारण ही हैं। हालांकि, कई कंपनियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दौड़ चल रही है। इसकी वजह से उनका फोकस एआई की जानकारी रखने वालों को खुद से जोड़ने पर है। इस कारण पुराने लोगों को नौकरी से हाथ धोना पड़ रहा है। एआई स्किल की नौकरियों की जॉब पोस्टिंग में दिसंबर से जनवरी के बीच 2000 की बढ़ोतरी हुई है। पिछले दो महीनों में एआई की 17479 नौकरियां मार्केट में आई हैं। ऐसे में समझा जा सकता है कि एक तरफ नौकरियां जा रही हैं और दूसरी तरफ एआई जॉब्स में तेजी आ रही है।