अलीगढ़ के विजय शेखर शर्मा बने इस तरह पेटीएम फिनटेक के पोस्टर ब्वॉय
मुंबई- एलआईसी से पहले भारतीय बाजार में 18,000 करोड़ रुपये का आईपीओ लाकर रिकॉर्ड बनाने वाली पेटीएम का विवादों से पुराना रिश्ता रहा है। इसके संस्थापक विजय शेखर शर्मा भारत में सबसे पहले फिनटेक के पोस्टर ब्वॉय बने। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में एक शिक्षक के घर पैदा हुए शर्मा की दिक्कतें अब ज्यादा बढ़ गई हैं।
विजय शेखर शर्मा जैक मा के अलीबाबा के स्मार्टफोन पर ध्यान केंद्रित करने से प्रभावित हुए थे। इसके बाद शर्मा ने डिजिटल भुगतान कंपनी बनाई जो मोबाइल फोन के जरिये भारतीयों को सब्जियों के लिए भुगतान, बिलों का भुगतान करने या खरीदने की सुविधा देती थी।
पेटीएम पेमेंट्स बैंक का परिचालन 23, मई 2017 में जबकि पेटीएम की शुरुआत 2011 में हुई थी। आरबीआई के मुताबिक, दिसंबर, 2023 तक पेटीएम वॉलेट के ग्राहकों ने सामान खरीदने और सेवाओं के लिए 8,000 करोड़ रुपये के 24.72 करोड़ लेनदेन किए। 5,900 करोड़ रुपये ट्रांसफर के लिए 2.07 करोड़ का लेनदेन हुआ।
आरबीआई के सारे प्रतिबंध पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर हैं। इसलिए पेटीएम (पेटीएम क्यूआर, बीमा, कर्ज वितरण, साउंडबॉक्स और कार्ड मशीन आदि) पर इसका असर नहीं होगा। पेमेंट्स बैंक से जो भी कारोबार जुड़े हैं वे प्रभावित होंगे।
पेटीएम के शेयरों में दो दिनों में 40 फीसदी की गिरावट आई है। आपका 100 रुपये 60 रुपये हो गया है। सेबी ने 20 फीसदी का सर्किट अब घटाकर 10 फीसदी कर दिया है। सोमवार को इसमें लोअर सर्किट लगता है तो शेयर 438.30 रुपये तक जा सकता है।
आरबीआई के फैसले के बाद से कंपनी के शेयरों में गिरावट से 17,378 करोड़ पूंजी घट कर 30,931 करोड़ रुपये रह गई है। कंपनी ने 8 नवंबर, 2021 को 2,080 रुपये के भाव पर आईपीओ लाया था। पर इसकी बोहनी ही खराब रही। सूचीबद्धता के दिन यह 20 फीसदी के लोअर सर्किट की गिरावट के साथ 1,560 रुपये पर बंद हुआ। उसके बाद आज तक यह शेयर एक हजार रुपये तक भी नहीं पहुंच पाया है।
पेटीएम में बार्कशायर हैथवे के वॉरेन बफे ने 1,279 रुपये के भाव से शेयर खरीदा था। पर नवंबर, 2023 में उसे 31 फीसदी घाटे में 877.29 रुपये के भाव बेच दिया। फिलहाल पेटीएम में विदेशी निवेशकों में सैफ-3 मॉरीशस की सर्वाधिक 10.83 फीसदी हिस्सेदारी है।