ऊंची कीमतों के कारण देश में सोने की मांग तीन फीसदी घटकर 747 टन हुई
मुंबई। ऊंची कीमतों के कारण 2023 में देश में सोने की मांग तीन फीसदी घटकर 747.5 टन रही है। 2022 में यह 774.1 टन रही थी। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक, अगर कीमतें बरकरार रहती हैं और ज्यादा अस्थिर नहीं होती हैं तो आगे चलकर मांग में बढ़ोतरी 800-900 टन के बीच हो सकती है। वैश्विक मांग पांच फीसदी घटकर 4,448.4 टन रही है।
काउंसिल ने कहा, बढ़ती कीमतों से मांग काफी प्रभावित हुई है। अक्तूबर में नवरात्रि के दौरान कीमतों में सुधार से ग्राहकों की मजबूत मांग रही, जिससे नवंबर में दिवाली की बिक्री में बढ़ोतरी हुई। हालांकि, दिसंबर में फिर से मांग 9 फीसदी तक घट गई। 2023 में सोने की कीमत अस्थिर रही। 4 मई को घरेलू बाजार में कीमत प्रति दस ग्राम 61,845 रुपये पर रही थी। 16 नवंबर को 61,914 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। अगर कीमतें ज्यादा अस्थिर नहीं रहीं तो इस साल मांग में बड़ा उछाल आने की संभावना है।
2023 में जूलरी की मांग छह फीसदी गिरकर 562.3 टन रही है। सोने में कुल निवेश सात फीसदी बढ़कर 185.2 टन रहा है। छड़ और सिक्के में निवेश सात फीसदी बढ़कर 185 टन रहा है। सोने का शुद्ध आयात 20 फीसदी बढ़कर 780.7 टन रहा है।