जोमैटो, कोटक, आईसीआईसीआई और महिंद्रा को करोड़ों का जीएसटी नोटिस
मुंबई- जोमैटो, कोटक महिंद्रा बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा को विभिन्न प्राधिकरणों से जीएसटी नोटिस मिला है। इन सभी को जीएसटी भुगतान के साथ ब्याज और जुर्माना भी देने को कहा गया है। हालांकि, कुछ कंपनियों ने इस नोटिस को चुनौती देने की बात कही है।
जोमैटो ने कहा कि उसे पुणे जीएसटी विभाग से जुर्माने और ब्याज के साथ 401.70 करोड़ रुपये का कारण बताओ नोटिस मिला है। यह डिलीवरी शुल्क पर नोटिस है, जिसका भुगतान करने के लिए कंपनी जवाबदेह नहीं है। कंपनी यह रकम ग्राहकों से लेकर डिलीवरी करने वालों को देती है, वह खुद इसे नहीं रखती है। यह नोटिस 29 अक्तूबर, 2019 से 31 मार्च, 2022 के दौरान डिलीवरी शुल्क को लेकर मिला है।
आईसीआईसीआई बैंक ने बताया कि उसे ब्याज और जुर्माने के साथ तमिलनाडु विभाग से 26.8 करोड़ रुपये का जीएसटी नोटिस मिला है। इसमें 24.37 करोड़ जीएसटी है। 2.43 करोड़ जुर्माना है।
कोटक महिंद्रा बैंक ने बताया कि उसे ओडिसा जीएसटी विभाग से 62.3 लाख रुपये का नोटिस मिला है। इसमें 5.1 लाख रुपये ब्याज और जुर्माना है जबकि बाकी जीएसटी की रकम है। 2017-18 और 2018-19 में तमाम खर्चों पर इनपुट टैक्स क्रेडिट को लेकर नोटिस दिया गया है।
कंपनी ने कहा कि अहमदाबाद जीएसटी विभाग से दो पहिया कारोबार के मामले में महिंद्रा टू व्हीलर्स लि को 56.04 लाख जुर्माने का नोटिस मिला है। हालांकि, बाद में इस कंपनी का महिंद्रा एंड महिंद्रा में विलय कर दिया गया था।
बाटा इंडिया ने कहा, उसे चेन्नई बिक्री कर विभाग से 60.56 करोड़ के भुगतान के लिए नोटिस मिला है। यह नोटिस 2018-19 में ऑडिट रिपोर्ट के आधार पर मिली है। इसमें मासिक जीएसटी रिटर्न में बाहरी आपूर्ति पर कारोबार में अंतर और अतिरिक्त इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के लाभ जैसे मामले शामिल हैं।