1.46 करोड़ को मिली नौकरियां, एक साल पहले की तुलना में 45 लाख ज्यादा
मुंबई- देश के संगठित क्षेत्र में 2021-22 में 1.46 करोड़ को नौकरियां मिली हैं। एक साल पहले 94.7 लाख की तुलना में इसमें 45 लाख की बढ़त आई है। इसमें से 1.38 करोड़ लोग कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) से जबकि 7.8 लाख नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) से जुड़े।
एसबीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 1.38 लाख में से 60 लाख लोगों ने नौकरियां बदली हैं जबकि 67 लाख लोगों को पहली बार नौकरी मिली है। इससे यह संकेत मिल रहा है कि स्थितियों में सुधार के बाद लोग रोजगार के क्षेत्र में वापसी कर रहे हैं। एसबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, 2,000 सूचीबद्ध कंपनियों के सर्वेक्षण से पता चला है कि 2021-22 में इन्होंने कर्मचारियों पर अच्छा खर्च किया है।
100 से 250 करोड़ रुपये के कारोबार वाली कंपनियों ने 22 फीसदी खर्च किया है जबकि 250 से 500 करोड़ वाली कंपनियों ने 19 फीसदी खर्च किया है। 500 से 1000 करोड़ रुपये के कारोबार वाले संस्थानों ने 15 फीसदी खर्च किया है। हालांकि 50 करोड़ से कम वाली कंपनियों ने केवल 2 फीसदी खर्च किया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अनिश्चितताओं और कोरोना की वजह से लोगों ने पैसा बचाना शुरू किया है। वित्तवर्ष 2020 में ग्रॉस नेशनल डिस्पोजेबल इनकम (खर्च होने वाली रकम) की तुलना में लोगों की वित्तीय बचत 11.7 फीसदी थी, जो 2021 में बढ़कर 15.5 फीसदी हो गई। यानी 3.8 फीसदी का इजाफा हुआ। इसमें बैंकों में जमा, शेयर में खरीदी, बीमा, पीएफ और पेंशन फंड के साथ अन्य बचत शामिल हैं।
साल 2021-22 में कुल 6.91 लाख करोड़ की ज्यादा बचत हुई जिसमें से 3.4 लाख करोड़ जमा में और 1.91 लाख करोड़ पीएफ, बीमा और अन्य साधनों में था। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021-22 में एनपीएस में 7.76 लाख नए सदस्य जुड़े हैं। इसमें से राज्य सरकार का हिस्सा 4.95 लाख और गैर सरकार का हिस्सा 1.47 लाख है। 1.33 लाख लोग केंद्र सरकार के एनपीएस से जुड़े हैं। एक साल पहले की तुलना में इसमें 1.47 लाख की बढ़त हुई है।