एलआईसी ने आपके 100 रुपये में से 27 रुपये दे दिया एजेंटों को कमीशन
मुंबई- भारतीय जीवन बीमा निगम यानी एलआईसी ने पहले साल के प्रीमियम के लिए 27.61 फीसदी कमीशन एजेंटों को दिया है। इसका मतलब अगर आप 100 रुपये प्रीमियम देते हैं तो 27.61 रुपये एजेंटों को कमीशन के रूप में चला गया। जीवन बीमा कंपनियों ने वित्त वर्ष 2022-23 में एजेंटों को 42,322 करोड़ रुपये का कमीशन दिया है। एक साल पहले 35,877 करोड़ कमीशन दिया गया था। यह कुल प्रीमियम की तुलना में 5.41 फीसदी है। एक साल पहले यह 5.38 फीसदी था।
बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडाई) की रिपोर्ट के अनुसार, प्रीमियम की तुलना में कमीशन की वृद्धि ज्यादा रही है। कुल कमीशन 17.93 फीसदी बढ़ा है जबकि कुल प्रीमियम की वृद्धि 13 फीसदी के करीब रही है। निजी कंपनियों ने सरकारी कंपनियों की तुलना में ज्यादा कमीशन दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, नए प्रीमियम के एवज में निजी कंपनियों का कमीशन 10.94 फीसदी से बढ़कर 15.78 फीसदी हो गया है। जबकि एलआईसी ने इसी समय में 27.61 फीसदी कमीशन दिया है जो एक साल पहले के 26.55 फीसदी की तुलना में एक फीसदी ही ज्यादा है। निजी जीवन बीमा कंपनियां यूलिप की तुलना में एंडोमेंट प्लान और टर्म इंश्योरेंस सहित गैर-लिंक्ड योजनाओं को बेचने पर अधिक ध्यान दे रही हैं, जिससे कमीशन में अधिक वृद्धि हुई है। स्वास्थ्य क्षेत्र की बीमा कंपनियों ने 20,145 करोड़ रुपये का कमीशन दिया है।
नए प्रीमियम में गिरावट के बावजूद कंपनियों ने कमीशन बढ़ा दिया है। 2021-22 में निजी कंपनियों को कुल 73,943 करोड़ रुपये प्रीमियम मिला था जो 2022-23 में घटकर 70,834 करोड़ रुपये रह गया। सरकारी कंपनियों का प्रीमियम इसी दौरान 36,649 करोड़ रुपये से बढ़कर 39,084 करोड़ रुपये हो गया है।
गैर लिंक्ड पॉलिसियों से 5.06 लाख करोड़ रुपये का प्रीमियम मिला है जो एक साल पहले 4.46 लाख करोड़ रुपये था। दूसरी ओर लिंक्ड पॉलिसियों से 91,479 करोड़ का प्रीमियम मिला जो एक साल पहले 88,625 करोड़ रुपये था। कुल प्रीमियम में पारंपरिक उत्पादों का योगदान 86.59 फीसदी रहा है। जबकि यूलिप का 13.41 फीसदी रहा है। पारंपरिक पॉलिसियों का कारोबार 14.40 फीसदी जबकि यूलिप का केवल 4.61 फीसदी बढ़ा है।