अमेरिकी सीईओ में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले हैं भारत के सुंदर पिचाई
मुंबई- गूगल की पेरेंट कंपनी अल्फाबेट इंक के भारतीय मूल के सीईओ सुंदर पिचाई अमेरिका की कॉरपोरेट दुनिया में सबसे ज्यादा सैलरी पाने वाले एग्जीक्यूटिव हैं। पिछले साल यानी 2022 में उन्हें पिछले साल रोजाना पांच करोड़ रुपये से अधिक की सैलरी मिली है।
पिचाई ने इस मुकाम पर पहुंचने के लिए कड़ी मेहनत की है। बेहद साधारण परिवार से ताल्लुक रखने वाले पिचाई का बचपन संघर्षों में गुजरा। उनके पास पढ़ाई के लिए कोई अलग कमरा नहीं था। वह ड्राइंग रूम के फर्श पर अपने छोटे भाई के साथ सोते थे। घर में न तो टेलीविजन था और न ही कार।
पिचाई का जन्म 12 जुलाई 1972 में चेन्नई में हुआ था। उनके पिता ब्रिटिश कंपनी जीईसी में इंजीनियर थे। परिवार दो कमरों के एक मकान में रहता था। पिचाई के पास पढ़ाई के लिए कोई अलग कमरा नहीं था। वह अपने छोटे भाई के साथ ड्राइंग रूम के फर्श पर सोते थे। घर में न तो टीवी था और न ही कार। लेकिन ये अभाव पिचाई के लिए प्रेरणा बने और उन्होंने महज 17 साल की उम्र में आईआईटी की प्रवेश परीक्षा पास कर खड़गपुर में दाखिला लिया।
इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान वह हमेशा अपने बैच के टॉपर रहे। उसके बाद छात्रवृत्ति पाकर आगे की पढ़ाई के लिए वह अमेरिका के स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय चले गए। पिचाई ने एक इंटरव्यू में बताया था कि पढ़ाई के लिए जब उन्होंने अमेरिका आने का फैसला किया था तो वह आसान नहीं था। उस वक्त उनके पिता ने अपनी सालभर की सैलरी देकर हवाई जहाज की टिकट खरीदी थी। अमेरिका में रहने के दौरान उन्हें काफी संघर्ष करना पड़ा था।
उन्होंने बताया कि जब वह अमेरिका आए थे तब आईएसडी कॉल का चार्ज 2 डॉलर प्रति मिनट लगता था। ज्यादा चार्ज की वजह से वह अपने घर पर बात तक नहीं कर पाते थे। जिंदगी में उन्होंने पहली बार कंप्यूटर अमेरिका में ही देखा था।
सुंदर पिचाई ने मटेरियल इंजीनियर के रूप में शुरू किया और साल 2004 में एक प्रबंधन कार्यकारी के रूप में गूगल में शामिल हो गए। सुंदर पिचाई को वर्ष 2019 में गूगल और अल्फाबेट कंपनी का सीईओ बनाया गया था। आज पिचाई दुनिया के सबसे महंगे सीईओ हैं। पिचाई को पिछले साल यानी 2022 में 18.84 करोड़ रुपये सैलरी मिली थी। यानी पिचाई को पिछले साल रोजाना 5,16,27,161 रुपये मिले। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उनकी नेटवर्थ करीब 5400 करोड़ रुपये है।