बायजू की आर्थिक स्थिति और बिगड़ी, कर्मचारियों का पीएफ भी नहीं हो रहा जमा
मुंबई- भारत में एंडटेक इंडस्ट्री का पोस्टर ब्वॉय बने बायजू की स्थिति लगातार खराब हो रही है। बायजूस अपने स्टाफ की सैलरी से पीएफ की रकम काट तो रही है लेकिन उसे ईपीएफओ के पास जमा नहीं करा रही है। पिछले काफी समय से बायजूस ने अपने कर्मचारियों की सैलरी से प्रोविडेंट फंड की रकम काटने के बाद इपीएफ अकाउंट में जमा नहीं कराया है।
इम्पलाई प्रोविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन के आंकड़े दिखाते हैं कि बायजूस अपने स्टाफ के पीएफ कंट्रीब्यूशन को जमा करने में हीला हवाली कर रही है। पिछले साल दिसंबर से मार्च तक बायजूस ने कुछ स्टाफ का पीएफ जमा किया है, लेकिन कुछ स्टाफ का पीएफ जमा नहीं किया।
इस साल के अप्रैल महीने में बायजूस ने 3164 स्टाफ का पीएफ 36 दिन की देरी से जमा किया है। इस साल के मई महीने में बायजूस ने सिर्फ 31 स्टाफ का पीएफ जमा किया है। भारत में एडटैक इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी मानी जाने वाली बायजूस की हालत पिछले कुछ दिनों से खराब है।
दिलचस्प तथ्य है कि बायजूस के स्टाफ को मिलने वाली सैलरी स्लिप में पीएफ की रकम के बारे में जिक्र किया गया है। इसका मतलब यह है कि बायजूस अपने स्टाफ की सैलरी से पीएफ़ की रकम काट तो रही है लेकिन इसे जमा नहीं करा रही है। साल 2020 में बहुत से स्टाफ का पीएफ काटा गया था और यह जून 2023 में जमा कराया गया है।
EPFO नियमों के मुताबिक अगर कोई कंपनी स्टाफ के वेतन से पीएफ की रकम काटती है तो उसे अगले महीने की 15 तारीख तक ईपीएफ अकाउंट में जमा कराया जाना चाहिए। अगर कोई कंपनी पीएफ अकाउंट में अपने स्टाफ का कंट्रीब्यूशन जमा कराने में विफल रहती है तो इस पर जुर्माना लगाया जा सकता है।
बायजूस के कई एंप्लाइज ने कहा कि अब तक उनके मार्च का पीएफ ही ईपीएफओ अकाउंट में जमा कराया गया है जबकि उनकी सैलरी से हर महीने पीएफ की रकम काटी जा रही है।