जनवरी में पर्सनल लोन में आई जबरदस्त तेजी, 39 लाख करोड़ रुपये के पार
मुंबई- पर्सनल लोन में वृद्धि जनवरी 2023 में सालाना 20.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी, जो कि ‘आवास’ और ‘वाहन ऋण’ की तुलना में ज्यादा है। मंगलवार को रिजर्व बैंक ने कहा कि जनवरी 2022 में इसमें वृद्धि 12.8 प्रतिशत थी।
जनवरी 2023 में बैंक ऋण के क्षेत्रीय विकास के आंकड़ों से पता चला है कि 27 जनवरी, 2023 को बकाया पर्सनल लोन एक साल पहले 32.87 लाख करोड़ के मुकाबले 39.59 लाख करोड़ रुपये था। आंकड़ों से यह भी पता चला है कि आवास ऋण बकाया इस साल जनवरी में 18.88 लाख करोड़ रुपये था, जबकि एक साल पहले यह 16.36 लाख करोड़ रुपये था। जनवरी 2023 में वाहन खंड में बकाया ऋण लगभग 5 लाख करोड़ रुपये था, जो जनवरी 2022 में 3.95 लाख करोड़ रुपये था।
साल-दर-साल आधार पर, गैर-खाद्य बैंक कर्ज ने जनवरी 2023 में 16.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, जबकि एक साल पहले यह 8.3 प्रतिशत थी। जनवरी 2023 में कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए ऋण वृद्धि एक साल पहले के 10.4 प्रतिशत से बढ़कर 14.4 प्रतिशत (वर्ष-दर-वर्ष) हो गई।
आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी 2022 में 5.9 फीसदी की तुलना में जनवरी 2023 में उद्योग के कर्ज में 8.7 फीसदी (वर्ष-दर-वर्ष) की वृद्धि दर्ज की गई। आकार-वार, बड़े उद्योग के लिए कर्ज में 0.2 प्रतिशत की तुलना में 6.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई और मध्यम उद्योगों के लिए पिछले वर्ष के 52.4 प्रतिशत की तुलना में 18.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
जनवरी 2023 में सूक्ष्म और लघु उद्योगों को ऋण में 15.2 प्रतिशत (एक साल पहले 23.3 प्रतिशत) की वृद्धि दर्ज की गई। उद्योग के भीतर ‘मूल धातु और धातु उत्पाद’, ‘पेय और तंबाकू’, ‘सीमेंट और सीमेंट उत्पाद’, ‘रसायन और रासायनिक उत्पाद’, ‘खाद्य प्रसंस्करण’, ‘कांच और कांच के बने पदार्थ’, ‘खनन और उत्खनन’, पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में जनवरी 2023 में ‘पेट्रोलियम, कोयला उत्पाद और परमाणु ईंधन’, ‘वाहन, वाहन के पुर्जे और परिवहन उपकरण’ और ‘लकड़ी और लकड़ी के उत्पाद’ में तेजी आई।