अनाज की कीमतें अगले वित्त वर्ष मे भी रह सकती हैं ऊपर 

नई दिल्ली। रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने सोमवार को कहा कि अनाज की कीमतों में और वृद्धि की संभावना नहीं है, लेकिन जलवायु परिवर्तन, मजबूत वैश्विक और घरेलू मांग की वजह से अगले वित्त वर्ष में कीमतें ऊंची ही रही सकती हैं। 

एजेंसी ने कहा, पिछले 50 वर्षों में अनाज का घरेलू उत्पादन लगातार बढ़ा है। हालांकि, अनाज की कीमतों में तेजी आई है। चालू वित्त वर्ष में भी अनाज की कीमतों में पहले नौ महीनों में सालाना आधार पर काफी वृद्धि हुई है। गेहूं व धान में 8 से11 फीसदी एवं मक्का, ज्वार और बाजरा में 27 से 31 फीसदी की वृद्धि हुई है। 

मौजूदा रबी सीजन में गेहूं के अधिक उत्पादन की उम्मीद से भंडार की स्थिति में सुधार होने की उम्मीद है। इससे कीमतों पर दबाव कम हो सकता है। हालांकि ऊंचा तापमान एक चिंता का विषय जरूर बना है। धान, मक्का और बाजरा जैसी खरीफ फसलों के लिए, यदि मानसून अच्छा रहता है तो उत्पादन की उम्मीदें सकारात्मक होंगी। 

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