टाटा, अदाणी या अंबानी कोई नहीं खरीद सकता आईडीबीआई बैंक में हिस्सा 

मुंबई- मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज या गौतम अडानी समूह या टाटा समूह जैसी कंपनियां चाह कर भी IDBI बैंक में हिस्सेदारी नहीं खरीद सकती हैं। सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि IDBI बैंक की बोली प्रक्रिया में कोई बड़ी कंपनी शामिल नहीं हो सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों के मुताबिक, कोई भी औद्योगिक घराना निजी क्षेत्र के बैंक में अधिकतम 10 फीसदी हिस्सा ले सकता है।  

निविदा के अनुसार, फिलहाल बैंको में 10 फीसदी हिस्सेदारी लेकर कोई भी कॉरपोरेट बैंक का प्रमोटर नहीं बन पाएगा। पिछले हफ्ते ही सरकार ने एलआईसी के साथ आईडीबीआई बैंक में 60.72 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा की थी। इसके लिए जिससे पास 5,000 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां होंगी, वही भाग ले सकता है। निविदा में बैंक ने कहा कि जो भी विजेता होगा वो प्रमोटर के रूप में वर्गीकृत हो सकता है। 

बैंक में एलआईसी की 49.24 फीसदी और सरकार की 45.48 फीसदी हिस्सेदारी है। 5.2 फीसदी हिस्सा आम लोगों के पास है। बैंक बिकने के बाद सरकार और एलआईसी की हिस्सेदारी 94.72 फीसदी से घटकर 34 फीसदी पर आ जाएगी। इसमें सरकार 30.48 और एलआईसी 30.24 फीसदी हिस्सा बेचेगी। बैंक के निजीकरण की पहली बार घोषणा 2021-22 के बजट में की गई थी। 19 जनवरी, 2019 को बैंक को निजीकरण के रूप में वर्गीकृत किया गया था। 

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