अरुंधति भट्टाचार्य कह रही हैं सरकारी बैंक में 70 साल की उम्र तक हो नौकरी
मुंबई- भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की पूर्व प्रमुख अरुंधति भट्टाचार्य ने शुक्रवार को इस पर आश्चर्य जताया कि रिजर्व बैंक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के प्रमुखों को निजी बैंकों की तरह 70 साल तक काम करने की मंजूरी क्यों नहीं देता है।
भट्टाचार्य ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि पीएसबी प्रमुखों को लंबा कार्यकाल देने से वे बड़े बदलावों एवं एजेंडा को लागू कर पाएंगे। उन्होंने कहा, “इन सभी बैंकों के पास बदलाव के व्यापक एजेंडा होते हैं लेकिन आप दो-तीन साल में ये बदलाव नहीं ला सकते हैं। ऐसा कर पाना नामुमकिन है।
फिलहाल भारत में प्रौद्योगिकी कंपनी सेल्सफोर्स की मुख्य कार्यकारी एवं चेयरपर्सन भट्टाचार्य ने कहा, “आप हर तीन साल पर सार्वजनिक बैंकों के प्रमुखों को बदलकर उन्हें विकलांग बना दे रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह पीएसबी के शीर्ष प्रबंधन में शामिल लोगों की समीक्षा करने और जरूरी महसूस होने पर लोगों को हटाए जाने के पक्ष में हैं।
उन्होंने कहा कि निरंतरता को ध्यान में रखते हुए ही बैंक की कमान सौंपी जाए। रिजर्व बैंक ने निजी क्षेत्र के बैंकों में प्रमुखों को 70 साल की उम्र तक कार्यरत रहने की मंजूरी दी हुई है। नवीनतम संशोधन के मुताबिक, अधिकतम 15 साल तक किसी को निजी बैंक का प्रमुख बनाया जा सकता है।