रिलायंस इंडस्ट्रीज में अनंत अंबानी के डायरेक्टर बनने पर लग सकती है रोक
मुंबई- इंस्टीट्यूशनल शेयरहोल्डर सर्विसेज (ISS) ने शेयरहोल्डर्स से रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के डायरेक्टर के रूप में मुकेश अंबानी के छोटे बेटे अनंत अंबानी की बोर्ड में नियुक्ति के प्रपोजल के खिलाफ वोट करने को कहा है। इससे अंबानी की सक्सेशन प्लानिंग पर असर पड़ सकता है। ISS एक इंटरनेशनल प्रॉक्सी एडवाइजरी फर्म है।
ISS ने 12 अक्टूबर को एक नोट में कहा कि इस प्रपोजल के खिलाफ वोट जरूरी है, क्योंकि 28 साल के अनंत अंबानी का लगभग 6 सालों का लिमिटेड लीडरशिप/बोर्ड एक्सपीरियंस, बोर्ड में उनके योगदान पर चिंता और सवाल पैदा करता है।
हालांकि, ISS ने मुकेश अंबानी के बड़े बेटे आकाश और बेटी ईशा अंबानी की रिलायंस के बोर्ड में नियुक्ति का समर्थन किया है। आकाश और ईशा दोनों 31 साल के हैं। शेयरहोल्डर्स को आकाश, अनंत और ईशा की बोर्ड में नियुक्ति के प्रपोजल पर 26 अक्टूबर तक वोट देना है।
ISS से पहले इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स एडवाइजरी सर्विसेज यानी IIAS ने भी अनंत अंबानी की बोर्ड में नियुक्ति पर इसी तरह के सवाल उठाए थे। IIAS ने कहा था कि 28 साल की उम्र में अनंत अंबानी की रिलायंस बोर्ड में नियुक्ति हमारी वोटिंग गाइडलाइंस के अनुरूप नहीं है। वहीं IIAS ने भी आकाश और ईशा को चुनने के प्रस्ताव का समर्थन किया है।
नियुक्ति के सवालों पर रिलायंस ने कहा कि अनंत के पास बोर्ड मीटिंग्स में वैल्यू ऐड करने के लिए एक्सपीरियंस और मैच्योरिटी दोनों है। अनंत कई सालों से ग्रुप का बिजनेस देख रहे हैं और उन्हें सीनियर नेतृत्व का अनुभव भी मिल रहा है, जिससे उनकी ग्रूमिंग हुई है। वह बोर्ड मीटिंग्स में योगदान देने में सक्षम हैं।
एक और इंटरनेशनल प्रॉक्सी फर्म ग्लास लुईस ने अनंत की नियुक्ति का समर्थन किया है। कंपनी के एशिया-पैसिफिक रिसर्च डायरेक्टर डेकी विंडार्टो ने कहा कि आकाश और ईशा की उम्र अनंत से केवल तीन साल ज्यादा है, लेकिन तीनों का प्रोफेशनल एक्सपीरियंस लगभग बराबर है।
रिलायंस में कंपनी में फाउंडर्स की 41% से ज्यादा हिस्सेदारी है। वहीं विदेशी और स्थानीय संस्थानों की 40% हिस्सेदारी है। ये निवेशक प्रॉक्सी फर्म्स के सुझावों पर वोट देते हैं। मुकेश अंबानी को 1977 में रिलायंस के बोर्ड में शामिल किया गया था, तब उनकी उम्र 20 साल थी।
रिलायंस के डायरेक्टर के रूप में आकाश, ईशा और अनंत सैलरी नहीं लेंगे। उन्हें बोर्ड और कमेटी मीटिंग्स में शामिल होने के लिए केवल फीस और फर्म के प्रॉफिट पर कमीशन दिया जाएगा। तीनों की नियुक्ति की शर्तें वही हैं जिनके आधार पर मुकेश अंबानी की पत्नी नीता को 2014 में कंपनी बोर्ड में नियुक्त किया गया था। नीता ने वित्त वर्ष 2022-23 में 2021-22 की तरह 6 लाख रुपए की सिटिंग फीस और 2 करोड़ रुपए का कमीशन लिया था। वहीं उन्हें 2020-21 में 8 लाख रुपए सिटिंग फीस और 1.65 करोड़ रुपए कमीशन मिला था।