भारतपे के एमडी अशनीर ग्रोवर का इस्तीफा कहा- मुझसे नौकर की तरह व्यवहार हुआ
मुंबई- भारतपे के बोर्ड के साथ लड़ रहे अशनीर ग्रोवर ने कंपनी के एमडी पद से इस्तीफा दे दिया है। कुछ दिन पहले ही उनकी पत्नी माधुरी जैन को फंड का गलत इस्तेमाल करने के आरोप में हेड ऑफ कंट्रोल पद से टर्मिनेट कर दिया गया था।
बोर्ड को भेजे अपने इस्तीफे में ग्रोवर ने कहा कि मैं बड़े दुख के साथ इसे लिख रहा हूं, क्योंकि मुझे उस कंपनी को अलविदा कहने के लिए मजबूर किया जा रहा है जिसका मैं फाउंडर हूं। आज यह कंपनी फिनटेक की दुनिया में एक लीडर के रूप में खड़ी है। 2022 की शुरुआत से ही बदकिस्मती से कुछ लोगों ने न सिर्फ मेरी प्रतिष्ठा को बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए मुझे और मेरे परिवार को बिना किसी आधार के फंसाया है।
अशनीर ग्रोवर ने फिनटेक स्टार्टअप में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए निवेशकों से बातचीत शुरू कर दी थी। कंपनी में ग्रोवर की 9.5% हिस्सेदारी यानी 1,915 करोड़ रुपए थी। जब अगस्त 2021 में फंडिंग के दौरान इसका वैल्यूएशन हुआ तो यह 2.85 अरब डॉलर था।
मार्च 2018 में अशनीर ग्रोवर और शाश्वत नाकरानी ने भारतपे की स्थापना की। 2019 से 2020 के दौरान इसने एक हजार करोड़ रुपए का फंड जुटाया। भारतपे के सीरीज B फंडिंग राउंड में वादा किए गए इन्वेस्टमेंट को मना करने पर ग्रोवर और सिकोइया कैपिटल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर, हर्षजीत सेठी के साथ तीखी नोकझोंक हुई।
फिर 2021 में कंपनी ने करीबन 3600 करोड़ रुपए जुटाए जिससे यह यूनिकॉर्न बन गई। अगस्त 2021 में समीर सुहैल को जिन्होंने 2020 में भारतपे जॉइन किया था, उन्हें CEO अपॉइंट किया गया। ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी ग्रोवर ने कोटक महिंद्रा बैंक से नायका के IPO के लिए अप्लाई किया। हालांकि कोटक महिंद्रा बैंक ने हाई लेडिंग रेट्स का हवाला देते हुए ग्रोवर और उनकी पत्नी से बैंक IPO फाइनेंशिंग नहीं कर सकता है।
इसके बाद 30 अक्टूबर 2021 को ग्रोवर ने कोटक महिंद्रा बैंक और उदय कोटक को लीगल नोटिस भेजा। सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप लीक हुई जिसमें ग्रोवर कथित तौर पर नायका के IPO को लेकर कोटक बैंक के स्टाफ सदस्य को धमका रहे थे और गाली दे रहे थे। इसी तरह अन्य विवादों के बाद 19 जनवरी 2022 को ग्रोवर ने कंपनी से छुट्टी ले ली।
A&M की जांच से पेमेंट ट्रांजैक्शन में गड़बड़ियां सामने आईं। ऑडिट रिपोर्ट के मुताबिक सभी चालान पानीपत – ग्रोवर की पत्नी माधुरी और उनके बहनोई श्वेतांक जैन के पैतृक शहर के थे। ये फर्जी चालान लगभग 10.97 करोड़ रुपए था। पिछले हफ्ते ही ग्रोवर ने कंपनी में अपनी 9.5% हिस्सेदारी को बचाने के लिए सिंगापुर में एक आरबिट्रेशन याचिका दायर की। जिसके बाद भारतपे ने माधुरी को फंड की हेराफेरी के आरोप में हटा दिया।