इस कंपनी के शेयर में लगाए हैं पैसा तो हो जाएगा जीरो
मुंबई- अगर आप सिंटेक्स इंडस्ट्रीज के शेयर्स में पैसा लगाए हैं तो आपका पैसा जीरो हो सकता है। लगातार चार महीने तक बढ़ने के बाद अब इसका शेयर गिरावट में है और रोज लोअर सर्किट लग रहा है। यानी निवेशक इसे बेच नहीं पा रहे हैं।
पिछले एक साल में सिंटेक्स का शेयर 235% बढ़ा था। यह सस्ता शेयर था। दरअसल पिछले साल खबर आई थी कि मुकेश अंबानी इस कंपनी को खरीद रहे हैं। इसी के बाद रोज इस शेयर में 5% का अपर सर्किट लगता गया। हालांकि अंबानी अभी भी इसे खरीदने के रेस में तो हैं, पर शेयर्स के निवेशकों को कुछ नहीं मिलेगा।
दरअसल आप जब शेयर में निवेश करते हैं तो उसमें एक जोखिम यह रहता है कि कंपनी डूबे या कुछ भी करे, उसकी जिम्मेदारी आपकी होती है। उदाहरण के तौर पर दीवान हाउसिंग और लक्ष्मी विलास बैंक में ऐसा ही हुआ। इन कंपनियों के शेयर की कीमत जीरो हो गई और निवेशकों को एक भी रुपए नहीं मिला।
सिंटेक्स एक दिवालिया कंपनी है और इसे एनसीएलटी से मुकेश अंबानी खरीदने की योजना बना रहे हैं। अंबानी इस कंपनी की संपत्तियां खरीदेंगे और इसके इक्विटी को राइट ऑफ किया जा सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि स्टॉक की कीमत शून्य हो जाएगी।
ट्विटर पर कैपिटल माइंड के संस्थापक दीपक शेणॉय ने लिखा है कि अगर आपके पास सिंटेक्स के शेयर हैं तो ध्यान दीजिए कि इसकी कीमत संभावित रूप से शून्य हो सकती है। रिजोल्यूशन प्लान में इसे राइट डाउन करने की बात है जिसका मतलब इक्विटी शून्य हो सकता है।
सिंटेक्स को खरीदने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ एसीआरई और वेलस्पन ग्रुप की यूनिट इजीगो टेक्सटाइस्स रेस में हैँ। इसके साथ ही दो और कंपनियों ने बोली लगाई है। रिलायंस का ऑफर 2,280 करोड़ रुपए का है। इसमें इक्विटी के रूप में 500 करोड़ रुपए डाला जाएगा जो वर्किंट कैपिटल होगा।
83 करोड़ रुपए का पेमेंट कर्मचारियों और ट्रेड के उधारीकर्ताओं के लिए होगा। इसके साथ ही अभी का पूरा शेयर राइट आफ कर दिया जाएगा। रिलायंस इस कंपनी में 79% हिस्सा लेगी जबकि एसीआरई 11% और 10% हिस्सा क्रेडिटर्स यानी उधारी देने वालों के हिस्से में जाएगा।
सिंटेक्स इंडस्ट्रीज को दो कंपनियों में डीमर्ज किया गया था। इसका टेक्सटाइल्स और यार्न का बिजनेस है। इसकी दूसरी कंपनी सिंटेक्स प्लास्टिक है। दोनों का शेयर गुरुवार को 5% गिरावट के साथ बंद हुआ था।