भारत में सबसे ज्यादा फायदा कमाने वाली कंपनी बनी ONGC, रिलायंस भी पीछे

मुंबई- देश में किसी एक तिमाही में सबसे ज्यादा फायदा कमाने वाली कंपनी ने रिकॉर्ड बनाया है। इसने सितंबर तिमाही में 18,347.73 करोड़ रुपए का फायदा कमाया है। सरकारी कंपनी ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने रिकॉर्ड हासिल किया है।

ONGC के फायदे में इतनी जबरदस्त बढ़त के दो कारण हैं। एक तो कच्चे तेल की कीमतें 41 डॉलर से बढ़कर 69 डॉलर पर पहुंच गई। दूसरे कंपनी ने एकमुश्त टैक्स का लाभ उठाया। एकमुश्त टैक्स के मामले में उसे 8,541 करोड़ रुपए का फायदा हुआ। ONGC ने इसी के साथ 110%का लाभांश (डिविडेंड) भी देने की घोषणा की है। यानी प्रति शेयर 5.50 रुपए का लाभांश कंपनी देगी। शुक्रवार को इसका शेयर 154 रुपए के ऊपर बंद हुआ था।

अभी तक किसी एक तिमाही में सबसे ज्यादा फायदा कमाने का रिकॉर्ड भी सरकारी कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के नाम था। इस कंपनी ने मार्च 2013 की तिमाही में 14,513 करोड़ रुपए का फायदा कमाया था। हालांकि टाटा स्टील ने इस रिकॉर्ड को तोड़ा और उसने मार्च 2018 में 14,688 करोड़ रुपए का फायदा कमाया था। इससे पहले सरकारी कंपनी कोल इंडिया ने मार्च 2016 की तिमाही में 14,189 करोड़ रुपए का फायदा कमाया था। जबकि निजी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने सितंबर 2021 की तिमाही में 13,680 करोड़ रुपए कमाया था।

एक साल पहले जुलाई-सितंबर की तिमाही में कंपनी को 2,757.77 करोड़ रुपए का लाभ हुआ था। उसकी तुलना में इस बार सितंबर तिमाही में फायदा 5.65 गुना बढ़ा है। वित्तवर्ष 2020-21 (अप्रैल 2019 से मार्च 2020) के पूरे साल में केवल 11,246 करोड़ रुपए का फायदा कमाया था। चालू वित्तवर्ष यानी अप्रैल से लेकर सितंबर की बात करें तो छमाही में इसे 22,682 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है।

इस आंकड़े में टाटा स्टील और रिलायंस इंडस्ट्रीज की सभी कंपनियों का फायदा शामिल है। जबकि ONGC ने अकेले 18,348 करोड़ रुपए का फायदा कमाया है। ONGC की अन्य कंपनियों के फायदे को मिला दें तो यह आंकड़ा 18,749 करोड़ रुपए हो जाता है।

ONGC को तेल और गैस प्रोडक्शन में कमी के बावजूद यह मुनाफा हुआ है। कंपनी का क्रूड यानी कच्चे तेल का प्रोडक्शन 3.8% घटकर 54 लाख टन पर पहुंच गया। जबकि गैस प्रोडक्शन 7% घटकर 5.4 अरब क्यूबिक मीटर पर आ गया। भारत एशिया में तेल के रिफाइनिंग का महत्वपूर्ण हब है। इसकी सालाना क्षमता 249.36 मिलियन टन की है। इसके पास 23 रिफाइनरीज हैं। भारत कच्चे तेलों के आयात (इंपोर्ट) पर वित्तवष 2021 में 62.71 अरब डॉलर खर्च किया था। जबकि वित्तवर्ष 2020 में इसने 101.4 अरब डॉलर और 2019 में 111.9 अरब डॉलर का खर्च किया था।

ONGC का रेवेन्यू सितंबर तिमाही में 44% बढ़कर 24,353 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले सितंबर तिमाही में यह रेवेन्यू 18,348 करोड़ रुपए था। हालांकि इसकी सभी कंपनियों का रेवेन्यू जोड़ लें तो कुल 1.22 लाख करोड़ रुपए हो जाता है। जो सितंबर 2020 में 83,619 करोड़ रुपए था।

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