रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश इस साल 17 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे
मुंबई- घरेलू रियल एस्टेट में संस्थागत निवेश चालू कैलेंडर वर्ष में 17 फीसदी बढ़कर रिकॉर्ड 10.4 अरब डॉलर तक पहुंच गया है। घरेलू और विदेशी दोनों निवेशक बेहतर रिटर्न की उम्मीद में वाणिज्यिक और आवासीय परियोजनाओं में पैसा लगा रहे हैं। रियल एस्टेट सलाहकार जेएलएल इंडिया के आंकड़ों के मुताबिक, 2025 में कुल संस्थागत निवेश में घरेलू निवेशकों का योगदान 52 फीसदी था। 48 फीसदी विदेशी फंडों से आया।
आंकड़ों के अनुसार, संस्थागत निवेश पिछले कैलेंडर वर्ष के 887 करोड़ डॉलर के मुकाबले 1,040 करोड़ डॉलर होने का अनुमान है। विभिन्न प्रकार की संपत्तियों में कार्यालय क्षेत्र ने संस्थागत निवेश में अपना दबदबा फिर से कायम कर लिया है। इसने 2025 में 58 फीसदी की मजबूत बाजार हिस्सेदारी हासिल कर ली है। कुल निवेश में आवासीय क्षेत्र का हिस्सा 20 फीसदी, डाटा सेंटर का 8 फीसदी, लॉजिस्टिक्स और औद्योगिक पार्कों का 8 फीसदी, खुदरा क्षेत्र का 4 और होटल क्षेत्र का 2 फीसदी है।
संस्थागत निवेश में फैमिली ऑफिस, विदेशी और भारतीय कॉरपोरेट समूह, पेंशन फंड, प्राइवेट इक्विटी, रियल एस्टेट फंड-कम-डेवलपर, एनबीसी और सॉवरेन वेल्थ फंड की ओर से मिली रकम शामिल है। इसमें रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट ट्रस्ट और क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट के माध्यम से जुटाई गई पूंजी भी शामिल है।

