पॉइंट ऑफ सेल बीमा कंपनियों के लिए छोटे शहरों में बढ़ा रहे पैठ, 3.3 लाख करोड़ का देंगे योगदान
मुंबई- बीमा उद्योग के लिए अब पॉइंट ऑफ सेल पर्सन्स यानी पीओएसपी प्रमुख योगदान के रूप में सामने आ रहे हैं। देश दे छोटे शहरों और गांवों तक इनके जरिये बीमा की पहुंच बढ़ रही है। ऐसे में उम्मीद है कि 2030 तक कुल बीमा प्रीमियम में 3.3 लाख करोड़ रुपये का योगदान पीओएसपी का होगा। देश का खुदरा बीमा नेटवर्क अब बड़े शहरों से आगे तेजी से फैल रहा है।
पीओएसपी रिटेल में पैठ बढ़ाने की धुरी बनते जा रहे हैं। बीमा की अब भी कम पैठ है। सरकार के 2047 तक इंश्योरेंस फॉर ऑल के लक्ष्य ने इस दिशा में नीतियां तय कर दी हैं। बीमा ब्रोकर्स का कहना है कि बीमा बेचने का सहायता आधारित मॉडल वित्तीय जागरूकता और पहुंच बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रहा है। अब टियर-2 और टियर-3 शहरों में रिटेल बीमा वितरण के लिए यह चैनल बेहद महत्वपूर्ण हो चुका है।
इंश्योरेंस ब्रोकर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष नरेंद्र भरिंदवाल ने कहा, ब्रोकर्स समुदाय ने एक मजबूत वितरण नेटवर्क तैयार किया है, जिसमें नई तरह के सलाहकार जोड़े गए हैं। सिर्फ 15 घंटे की ट्रेनिंग और ऑनलाइन सर्टिफिकेशन से युवाओं के लिए इस सेक्टर में बड़ी संख्या में रोजगार के रास्ते खुल गए हैं। डिजिटल रिटेल बीमा वितरण का कुल संभावित बाजार 2030 तक 5.3 से 5.8 लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
चार साल में 2.47 गुना बढ़ी पीओएसपी की संख्या
वार्षिक रिपोर्टों के मुताबिक, पीओसएपी की संख्या चार वर्षों में 2.47 गुना बढ़ कर 20 लाख से ज्यादा हो गई है। 2021 में 8.28 लाख थी। टर्टलमिंट के सह-संस्थापक धिरेन्द्र मह्यावंशी ने कहा, ग्राहक डिजिटल सुविधा, सही सलाह और घर-घर पर्सनलाइज्ड सर्विस की उम्मीद करते हैं। टेक्नोलॉजी से लैस पीओएसपी इन सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए सबसे बेहतर स्थिति में हैं। इनमें से कई लोग बीमा क्षेत्र में अच्छी कमाई और लंबा करियर बना रहे हैं।
2015 में लॉन्च हुआ था मॉडल
अक्तूबर, 2015 में जब बीमा नियामक ने पीओएसपी फ्रेमवर्क लॉन्च किया था, तभी से यह मॉडल लगातार मजबूत होता गया है। टर्टलमिंट का पीओएसपी मॉडल पर शुरुआती दांव अब सफल साबित हो रहा है। टर्टलमिंट इंश्योरेंस उन शुरुआती कंपनियों में रही, जिसने 2015 में ही पीओएसपी फ्रेमवर्क की संभावनाओं को समझते हुए इसे अपनाया था। टर्टलमिंट ने उभरते बाजारों में हजारों पीओएसपी को ग्राहकों तक पहुंचने में सक्षम बनाया है, जिनमें से कई पहली बार बीमा खरीदने वाले रहे हैं।

