वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज और गोरखपुर यूपी की हवाई यात्रा के प्रमुख केंद्र
मुंबई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश अब न केवल सड़क पर, बल्कि आसमान में भी विकास की उड़ान भर रहा है। इस साल अप्रैल से अगस्त तक उत्तर प्रदेश के हवाई अड्डों पर यात्रियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में 14.6 फीसदी बढ़कर 60 लाख से ज्यादा हो गई है। इस दौरान देश के कुल हवाई यातायात में राज्य का हिस्सा 3.52 फीसदी तक पहुंच गया। प्रदेश में वाराणसी, अयोध्या, प्रयागराज और गोरखपुर जैसे शहर हवाई यात्रा के प्रमुख चालक बने हैं।
आंकड़े बताते हैं कि देश के हर 30 में से एक हवाई यात्री उत्तर प्रदेश से यात्रा कर रहा है। यह कनेक्टेड यूपी, समृद्ध यूपी विजन का परिणाम है। हर क्षेत्र, हर जिला के आधुनिक परिवहन से जुड़ने से पर्यटन, व्यापार और रोजगार में नई गति आएगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुभारंभ के साथ इस रफ्तार में और भी वृद्धि होगी। इससे न सिर्फ यूपी, बल्कि पड़ोसी राज्यों को भी कनेक्टिविटी के नए अवसर प्राप्त होंगे। 2023-24 से 2024-25 के बीच वाराणसी में 34.4 फीसदी, प्रयागराज में 76.4 फीसदी, गोरखपुर में 27.6 फीसदी और कानपुर में हवाई यात्रियों की संख्या में 13.3 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई। यह दर्शाता है कि धार्मिक पर्यटन और क्षेत्रीय कनेक्टिविटी ने यात्री संख्या को तेजी से बढ़ाया है।
2016-17 में उत्तर प्रदेश के हवाई अड्डों से 59.97 लाख यात्री यात्रा करते थे। 2024-25 में यह संख्या बढ़कर 1.42 करोड़ तक पहुंच गई। इनमें 1.29 करोड़ घरेलू और 12.99 लाख अंतरराष्ट्रीय यात्री थे। 2023-24 की तुलना में 2024-25 में हवाई यात्रियों की संख्या में 25.9 फीसदी बढ़त रही। 2023-24 और 2024-25 में अप्रैल-अगस्त माह के बीच यह वृद्धि 14.6% रही।
40 लाख के साथ वाराणसी शीर्ष पर
शहर यात्री
अयोध्या 11 लाख
प्रयागराज 10.77 लाख
वाराणसी 40 लाख
गोरखपुर 8.67 लाख
(आंकड़े : 2024-25 के)
कार्गो में 19 फीसदी से ज्यादा वृद्धि
उत्तर प्रदेश अब व्यापार और निर्यात के लिए भी एयर कनेक्टिविटी का बड़ा केंद्र बन रहा है। 2016-17 से 2024-25 तक राज्य के एयर कार्गो में 19.1 फीसदी की चक्रवृद्धि दर से तेजी दर्ज की गई। यह 5.89 हजार टन से बढ़कर 28.36 हजार टन तक पहुंच गया है, जो कि अब तक का सर्वाधिक है। इनमें लखनऊ, वाराणसी और प्रयागराज में सबसे अधिक तेजी रही।

