अमेजन ने पिछले दस वर्षों में भारत से किया 20 अरब डॉलर का ई-कॉमर्स का निर्यात
मुंबई: ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म अमेजन ने अपने ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम के जरिये 2015 से 2025 के बीच भारत से कुल 20 अरब डॉलर से ज्यादा का ई-कॉमर्स निर्यात किया है। 2030 तक इसे बढ़ाकर 80 अरब डॉलर करने का लक्ष्य रखा है। भारत के सबसे बड़े निर्यात बाजार अमेरिका में व्यापार और टैरिफ की बाधाओं पर अमेजन ने कहा, वह उन मामलों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है जो उसके नियंत्रण में हैं।
अमेजन ग्लोबल सेलिंग इंडिया के प्रमुख श्रीनिधि कलवापुडी ने कहा, टैरिफ (मामले) बेकाबू हैं। अमेजन का ध्यान नियंत्रणीय इनपुट पर रहा है। और हम ऐसा करना जारी रखेंगे। हमारा मानना है कि भारत की ताकतें संरचनात्मक हैं, चक्रीय नहीं। हमारी क्षमताएं हमारे नियंत्रण में हैं। हम जो निर्माण कर रहे हैं वह 1, 2 या 5 साल के लिए नहीं है। हमें उम्मीद है कि ये क्षमताएं बढ़ेंगी और हम उनके प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे।
पिछले एक दशक में भारतीय निर्यातकों ने अमेजन के प्लेटफॉर्म पर वैश्विक ग्राहकों को 75 करोड़ से अधिक मेड इन इंडिया उत्पाद बेचे हैं। 2020 में अमेजन ने 2025 तक भारत से ई-कॉमर्स निर्यात का 10 अरब डॉलर का लक्ष्य रखा था। हालांकि, यह लक्ष्य काफी पहले ही पा लिया था। अमेजन का निर्यातक आधार एक साल में 33 फीसदी बढ़कर 2 लाख उद्यमियों और छोटे व्यवसायों तक पहुंच गया है। दिल्ली, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और हरियाणा अमेजन ग्लोबल सेलिंग प्रोग्राम में सबसे अधिक निर्यातकों वाले राज्य बनकर उभरे हैं।
अमेजन ग्लोबल सेलिंग ने देश के 28 राज्यों, 7 केंद्र शासित प्रदेशों और 200 से अधिक शहरों के विक्रेताओं को पंजीकृत किया है। छोटे शहरों और कस्बों से भी इसमें तेजी से वृद्धि हो रही है। अमेजन अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, कनाडा, मैक्सिको, जर्मनी, इटली, फ्रांस, स्पेन आदि देशों में 18 से अधिक वैश्विक बाजारों पर करोड़ों ग्राहकों को बिक्री करके निर्यातकों को वैश्विक ब्रांड बनाने में सक्षम बना रहा है।


 
  
 