भ्रामक और गुमराह करने वाले दावों पर लगाम लगाएं पोर्टफोलियो प्रबंधक :सेबी
मुंबई। सेबी प्रमुख तुहिन कांत पांडे ने कहा, पोर्टफोलियो प्रबंधकों को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए डिजिटल सॉल्यूशन के माध्यम से ऑनबोर्डिंग, रिपोर्टिंग और ग्राहक जुड़ाव को आधुनिक बनाने की जरूरत है। मुंबई में एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा, कुछ पंजीकृत पोर्टफोलियो प्रबंधक भ्रामक दावे करते हैं। इस पर अंकुश लगाने की जरूरत है।
सेबी प्रमुख ने कहा, पोर्टफोलियो मैनेजर्स सर्विसेस (पीएमएस) के पास एक मजबूत स्थिति, लचीला नियामक ढांचा, एसोसिएशन के जरिये उद्योग की सक्रिय भागीदारी और जानकार निवेशकों का एक बढ़ता हुआ समूह है। एसोसिएशन और उद्योग को कुछ पंजीकृत पोर्टफोलियो प्रबंधकों की ओर से किए जा रहे भ्रामक दावों पर अंकुश लगाना चाहिए। इस तरह के बढ़ा-चढ़ाकर किए गए प्रदर्शन संबंधी दावे विश्वास को कमजोर करते हैं।
चेयरमैन ने यह भी स्पष्ट किया कि वीकली ऑप्शंस बंद करने पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है। इसे रोकने की खबरें गलत और बेबुनियाद हैं। ऐसी खबरें थीं कि सेबी सट्टेबाजी को कम करने के उपाय के तहत वीकली एक्सपायरी पर अंकुश लगाने पर विचार कर रहा है। इसके स्थान पर पाक्षिक या मासिक एक्सपायरी लागू हो सकता है।
पंजीकृत पोर्टफोलियो प्रबंधकों की संख्या वित्त वर्ष 2020-211 के अंत में 361 से बढ़कर 30 जून, 2025 तक 479 हो गई। ग्राहकों की संख्या 12 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर से बढ़ी। सेबी प्रमुख ने चेतावनी दी कि गवर्नेंस मानकों में कोई भी गिरावट पीएमएस पर भरोसे को कम कर देगी। सेबी ने एसोसिएशन के साथ मिलकर कई सुधार किए हैं। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रत्येक ग्राहक अपनी विशिष्ट जोखिम क्षमता के बारे में शिक्षित हो।

