एअर इंडिया विमान में भरा था 1.50 लाख लीटर ईंधन, इसी से सभी की मौत

मुंबई- एयर इंडिया AI 171 फ्लाइट टेक-ऑफ करने के कुछ क्षण बाद ही दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान के जमीन से टकराते ही विमान आग के जलते गोले में बदल गया।

एयर इंडिया ने अहमदाबाद से लंदन के मार्ग पर बोइंग 787-800, ड्रीमलाइनर को डिप्लॉय किया है। यह विमान अन्य लॉन्ग हॉल एयरक्राफ्ट (Boeing 777) के मुकाबले कम फ्यूल कंज्यूम करता है। तब भी इसे उड़ाने के लिए एक घंटे में 4,900 से 5,000 लीटर एटीएफ (ATF) की जरूरत होती है। एआई 171 का फ्लाइंग टाइम नौ घंटे 45 मिनट का है। मतलब कि करीब 50,000 लीटर एटीएफ तो सिर्फ फ्लाइंग के लिए ही चाहिए। उसके अलावा एयरक्राफ्ट में रिजर्व और इमर्जेंसी के लिए भी हजारों लीटर एटीएफ भरे जाते हैं।

दिल्ली से लंदन जाने वाले लॉन्ग हॉल एयरक्राफ्ट में करीब 78,000 लीटर एटीएफ भरा जाता है। अहमदाबाद से भी लंदन की फ्लाइट का फ्लाइंग टाइम करीब इतना ही है। इसलिए माना जा सकता है कि दुर्घटनाग्रस्त विमान में 75 से 80 टन या 75 से 80 हजार लीटर एटीएफ भरा होगा। एटीएफ अति ज्वलनशील इंधन होता है। इसलिए जैसे ही फ्लाइट क्रैश हुआ पूरा विमान आग के धधकते गोले में बदल गया।

इस विमान को उड़ाने में हर सेकेंट करीब 4 लीटर एटीएफ की आवश्यकता होती है। यदि फ्लाइट का फ्लाइंग टाइम करीब 10 घंटे का होगा तो उसे उड़ाने में करीब 1,50,000 लीटर एटीएफ की जरूरत होगी। इसके अलावा कुछ रिजर्व और इमर्जेंसी के लिए भी इंधन हवाई जहाज में भरना होता है। सीधे शब्दों में कहें तो बोइंग 747 एक किलोमीटर में करीब 12 लीटर एटीएफ कंज्यूम करता है।

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