अब एसी के लिए नया नियम, 20 से कम और 28 से ज्यादा नहीं होगा तापमान
मुंबई- आने वाले दिनों में अगर आप नया AC खरीदेंगे तो उसे 16 या 18 डिग्री पर नहीं चला सकेंगे, सिर्फ 20 से 28 डिग्री के बीच ही सेट कर पाएंगे। गर्मी के मौसम में AC से बिजली की खपत रोकने के लिए केंद्र सरकार जल्द ही नया नियम ला रही है।
सरकार का दावा है कि इससे बिजली की बचत होगी, बिल कम आएंगे और देशभर के लाखों उपभोक्ताओं के अगले तीन साल में 18,000-20,000 करोड़ रुपए की बचत होगी।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा- AC बनाने वाली कंपनियों के लिए नया नियम कूलिंग को और बेहतर बनाएगा। इससे गर्मियां बढ़ने पर बिजली की डिमांड और बिलों में होने वाली बढ़ोतरी को कम करने में मदद मिलेगी। जैसे ही नए नियम लागू होंगे, ये नियम हर सेक्टर में इस्तेमाल होने वाले एयर-कंडीशनर पर लागू होगा- चाहे वो घरों में हो या कॉमर्शियल जगहों जैसे ऑफिस, मॉल, होटल और सिनेमाघरों में, जहां अक्सर AC को सबसे लोएस्ट सेटिंग पर चलाया जाता है।
गर्मियां बढ़ने के साथ बिजली की डिमांड बहुत बढ़ रही है। इस साल जून में एक दिन में बिजली की मांग 241 गीगावाट तक पहुंच गई, जो इस साल की सबसे ज्यादा थी। सरकार का अनुमान है कि पीक डिमांड 270 गीगावाट तक जा सकती है।
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया की एक स्टडी के मुताबिक, AC के तापमान को स्टैंडर्ड करने से 2035 तक भारत की पीक बिजली डिमांड 60 गीगावाट कम हो सकती है। इससे 7.5 लाख करोड़ रुपए की बिजली और ग्रिड इन्फ्रास्ट्रक्चर की लागत बचेगी। बिजली की कम खपत से बिल भी कम आएगा।
अभी ये साफ नहीं है कि पुराने AC पर ये नियम लागू होगा या नहीं। लेकिन, नए नियम के तहत भविष्य में बनने वाले AC में टेक्नोलॉजी ऐसी होगी कि वो 20 डिग्री से नीचे कूलिंग न कर पाएं। पुराने AC वालों को शायद सॉफ्टवेयर अपडेट या टेक्निकल बदलाव करने पड़ें, लेकिन इसकी पुष्टि अभी बाकी है।
ये नियम गाड़ियों में लगे AC पर भी लागू होगा। यानी, कारों और दूसरी गाड़ियों में भी AC को 20 डिग्री से नीचे सेट नहीं किया जा सकेगा। इसका मकसद गाड़ियों में बिजली या फ्यूल की खपत को कम करना है।