एआई अपनाने से आईटी क्षेत्र में भर्ती सालाना आधार 16 फीसदी बढ़ गई
मुंबई- आईटी क्षेत्र में अप्रैल में भर्ती सालाना आधार पर 16 फीसदी बढ़ी है। यह आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई अपनाने, क्लाउड आधुनिकीकरण और वैश्विक क्षमता केंद्रों (जीसीसी) के निरंतर विस्तार जैसे कारकों से प्रेरित है। द फाउंडइट इनसाइट्स ट्रैकर (फिट) की रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले महीने भारत में आईटी नियुक्तियों में वृद्धि हुई है, जो पिछले वर्षों के उतार-चढ़ाव से तेज वापसी को दर्शाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, जीसीसी ने इस भर्ती वृद्धि में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसने वित्त वर्ष 2024-25 में 1,10,000 से अधिक नई तकनीकी नौकरियों का योगदान दिया है और डाटा इंजीनियरिंग, डेवऑप्स और एंटरप्राइज आर्किटेक्चर जैसी भूमिकाओं की मांग को बढ़ाया है। कौशल आधारित नियुक्ति अभी भी हावी है, तथा 62 प्रतिशत आईटी नियोक्ता औपचारिक योग्यताओं की तुलना में व्यावहारिक विशेषज्ञता को प्राथमिकता दे रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, सर्वाधिक मांग वाले डोमेन में एआई मशीन लर्निंग (एमएल), क्लाउड कंप्यूटिंग, साइबर सुरक्षा और डाटा एनालिटिक्स शामिल हैं। यह सेगमेंट आईटी क्षेत्र में कुल नौकरियों में 95 प्रतिशत का योगदान देते हैं। कोयंबटूर (40 प्रतिशत), अहमदाबाद (17 प्रतिशत) और बड़ौदा (15 प्रतिशत) जैसे शहरों में हाइब्रिड कार्य मॉडल और लागत लाभ के कारण उल्लेखनीय वार्षिक भर्ती में तेजी आई है। बंगलूरु (9 प्रतिशत), मुंबई (9 प्रतिशत) और दिल्ली एनसीआर (7 प्रतिशत) जैसे मेट्रो हब नेतृत्व और विशेषज्ञ भूमिकाओं के लिए भर्ती में सबसे आगे रहे।