भारत में ग्राहक खरीद रहे महंगे फोन, आईफोन की आपूर्ति 25 फीसदी बढ़ी
मुंबई- भारत में एपल के आईफोन की आपूर्ति मार्च तिमाही में सालाना आधार पर 25 प्रतिशत बढ़ी है। इससे कंपनी की बाजार हिस्सेदारी बढ़कर 8 प्रतिशत हो गई है। चीनी स्मार्टफोन कंपनी वीवो इसी दौरान 20 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ स्मार्टफोन बाजार में पहले स्थान पर रही। कोरियाई कंपनी सैमसंग 18 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरे स्थान पर रही।
रिपोर्ट के अनुसार, शाओमी 13 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ तीसरे स्थान पर रही। इसकी हिस्सेदारी सालाना आधार पर 37 प्रतिशत घट गई है। इसका प्रमुख कारण सस्ते फोन और पैसा खर्च करने के एवज में सही मूल्य का नहीं मिलना है। प्रीमियम स्मार्टफोन की मजबूत मांग तथा भारत में खुदरा उपस्थिति के कारण आईफोन की जबरदस्त मांग है।
रिपोर्ट में कहा गया है, आईफोन 16ई समेत आईफोन 16 सीरीज ने एपल की वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सुपर प्रीमियम सेगमेंट (50,000 रुपये से एक लाख रुपये) में एपल की बाजार हिस्सेदारी सालाना आधार पर 28 फीसदी बढ़ी है। उबर प्रीमियम सेगमेंट (1 लाख रुपये से अधिक) में 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ओपो की आपूर्ति में 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई और इसकी बाजार हिस्सेदारी 12 प्रतिशत हो गई। मोटोरोला ने सालाना आधार पर 53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
तिमाही के दौरान भारत में 5जी स्मार्टफोन की आपूर्ति कुल बाजार का 86 प्रतिशत रही, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 14 प्रतिशत अधिक है। 8,000 रुपये से 13,000 रुपये के बीच कीमत वाले 5जी स्मार्टफोन में सालाना आधार पर 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई। 5जी स्मार्टफोन बाजार में वीवो 21 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे आगे जबकि सैमसंग 19 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रही।
फीचर फोन में चीनी मोबाइल फोन आईटेल 41 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर है। घरेलू मोबाइल फोन निर्माता लावा दूसरे स्थान पर है। हालांकि, इसकी बिक्री में 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। नोकिया फोन बेचने के लिए मशहूर एचएमडी ने आपूर्ति में 6 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद 19 प्रतिशत हिस्सेदारी हासिल की।