इजराइल और हमास के युद्ध में अदाणी ग्रुप को लग सकता है जोरदार झटका 

मुंबई- इजराइल हमास युद्ध अब भी जारी है। इससे दुनिया के कई देश प्रभावित हो सकते हैं, खासकर वो जिनका कारोबार इजराइल में होता है। शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि इस युद्ध की वजह से कच्चे तेल के दाम बढ़ने की आशंका है, जो महंगाई की मार झेल रहे भारत के लिए काफी चिंताजनक होगा। वहीं, कुछ दिन पहले गिरे सोने के दाम भी बढ़ सकते हैं। 

सबसे ज्यादा असर अडानी ग्रुप के ऊपर पड़ सकता है, क्योंकि अडानी ने हाल ही में इजराइल में एक डील की थी। गौतम अडानी की कंपनी अडानी पोर्ट्स ने पिछले साल एक टेंडर जीता था। हालांकि, यह एक जॉइंट वेंचर था। अडानी पोर्ट्स और इजराइल की कंपनी गैदोत ग्रुप ने हाइफा पोर्ट के प्राइवेटाइजेशन का टेंडर हासिल किया था। इस कॉन्ट्रैक्ट की वैल्यू 1.8 बिलियन डॉलर के आसपास थी और इसमें अडानी की हिस्सेदारी 70 फीसदी के करीब बताई जाती है। हाइफा पोर्ट शिपिंग कंटेनरों में इजराइल का सबसे बड़ा पोर्ट माना जाता है। अब युद्द जैसी स्थिति में अडानी के शेयर पर इसका असर पड़ सकता है। 

आईटी कंपनियों का कारोबार दुनियभर में होता है। इन्फोसिस, एचसीएल टेक टीसीएस ने तो हाल में ही इजराइल की कई कंपनियों के साथ करार किया है। इन्फोसिस ने तो इजराइल की कंपनी पनाया $200 मिलियन डॉलर में खरीदा था। इसलिए आईटी के शेयरों पर इस युद्ध का असर पड़ सकता है। हालांकि, अगले हफ्ते आईटी कंपनियों के रिजल्ट की शुरुआत भी हो रही है।  

सोने के दाम बढ़ने पर गोल्ड से जुड़ी कंपनियों को नुकसान हो सकता है। टाइटन, कल्याण ज्वेलर्स, सेनको गोल्ड जैसी कंपनियों ज्वैलरी सेगमेंट में काम करती हैं, क्योंकि गोल्ड इनके लिए रॉ मटिरियल होता है। अभी G-20 सम्मेलन में रेलवे कॉरिडोर बनाने की घोषणा हुई थी, जिसे भारत मध्य पूर्व यूरोप कॉरिडोर भी कहा गया। इस कॉरिडोर को भी इजराइल से होकर गुजारने का प्लान है। G-20 की न्यूज के बाद रेलवे शेयरों में काफी तेजी आई थी। अब इन शेयरों पर बुरा असर हो सकता है।  

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