आनेवाले समय में बढ़ जाएगा मोबाइल फोन का बिल, जानिए क्यों
मुंबई- 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी पूरी हो चुकी है। इससे सरकार को 1.5 लाख करोड़ रुपये की कमाई हुई है। लेकिन आम आदमी के लिए अच्छी खबर नहीं है। जानकारों का मानना है कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी के बाद टेलिकॉम कंपनियां टैरिफ में बढ़ोतरी कर सकती हैं। यानी आपके मोबाइल का खर्च बढ़ने वाला है।
इससे पहले इन कंपनियों में पिछले साल नवंबर और दिसंबर में टैरिफ बढ़ाया था। इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में एक बार फिर ये कंपनियां ग्राहकों के लिए टैरिफ बढ़ा सकती हैं। जानकारों के मुताबिक कंपनियों ने 5जी स्पेक्ट्रम को खरीदने के लिए जमकर पैसा बहाया है और इसकी वसूली ग्राहकों से ही की जाएगी।
क्रिसिल रेटिंग्स के सीनियर डायरेक्टर मनीष गुप्ता ने कहा कि टेलिकॉम कंपनियों ने स्पेक्ट्रम खरीदने में काफी पैसा खर्च किया है और कंपनियां 5जी सर्विसेज के लिए ज्यादा वसूल करेंगी। ग्राहकों को 5जी से जोड़ने के लिए कंपनियां 4जी सर्विसेज के टैरिफ भी महंगा कर सकती हैं। टैरिफ बढ़ने से एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया के टैरिफ महंगे हो जाएंगे।
टेलिकॉम कंपनियां अपने सभी ओवरऑल सब्सक्राइबर्स बेस के लिए टैरिफ में चार फीसदी की इंक्रिमेंटल बढ़ोतरी कर सकती हैं। या रोजाना 1.5 जीबी वाले 4जी प्लान में 30 फीसदी की बढ़ोतरी की जा सकती है। टेलिकॉम कंपनियों ने हाल में हुई स्पेक्ट्रम नीलामी में विभिन्न बैंड्स में 51,236 MHz स्पेक्ट्रम 1.5 लाख करोड़ रुपये में खरीदे थे।