उभरते कौशल क्षेत्र में इस साल 40 फीसदी तक बढ़ सकता है कर्मचारियों का वेतन
मुंबई- भारतीय उद्योग जगत में इस साल छह प्रतिशत से लेकर 15 प्रतिशत तक वेतन वृद्धि होने का अनुमान है। माइकल पेज की रिपोर्ट के अनुसार, उभरते कौशल और महत्वपूर्ण नेतृत्व भूमिकाओं के लिए यह वृद्धि 40 फीसदी तक हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, नौकरी बाजार ने हाल में मजबूती दिखाई है। भारत में वार्षिक वेतन वृद्धि आम तौर पर छह से 15 प्रतिशत के बीच होती है जबकि पदोन्नति के मामले में 20-30 प्रतिशत के बीच होती है। एक दर्जन से अधिक नए वैश्विक निजी इक्विटी, सॉवरेन, उद्यम पूंजी, रियल एस्टेट और बुनियादी ढांचा कोष ने भारत में परिचालन का विस्तार किया है, जो वैश्विक निवेश परिदृश्य में देश के बढ़ते महत्व को दर्शाता है।
बैंकिंग, वित्तीय सेवाएं और बीमा (बीएफएसआई) क्षेत्र में पेशेवरों की मांग बढ़ रही है। विशेष रूप से जोखिम प्रबंधन, वित्त, अनुपालन और टेक्नोलॉजी में ज्यादा मांग है। क्लाउड कंप्यूटिंग और साइबर सुरक्षा में कौशल की ज्यादा मांग है। इंटरनेट ऑफ थिंग्स, 5जी और क्वांटम कंप्यूटिंग नए अवसर पैदा कर रहे हैं।
सेमीकंडक्टर, ऊर्जा, कचरा प्रबंधन और विनिर्माण जैसे उद्योगों में संगठित नौकरियों के लिए भर्ती जनवरी में सालाना आधार पर 32 प्रतिशत बढ़ी है। नियुक्ति में वृद्धि का श्रेय बढ़ती उपभोक्ता मांग, केंद्रीय बजट 2025-26 में रणनीतिक प्रोत्साहन और स्थिरता पहल पर बढ़ते जोर को दिया जाता है। स्वच्छ ऊर्जा पहल के विस्तार के कारण जनवरी में हरित नौकरियां दो वर्षों में 41 फीसदी बढ़ गई हैं। बंगलूरु, दिल्ली और पुणे इन भूमिकाओं के लिए प्रमुख केंद्र के रूप में उभर रहे हैं।