मकर संक्रांति के अवसर पर महाकुंभ में तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने लगाई डुबकी
मुंबई- महाकुंभ में मकर संक्रांति को पहला अमृत स्नान माना जाता है। मंगलवार को साधु-सन्यासियों के अखाड़ों ने पूरे विधि-विधान से शोभा यात्रा निकालते हुए अमृत स्नान किया। श्रद्धालु अखाड़ों के अमृत स्नान को देखने और नागा, बैरागी साधु, संतों का आशीर्वाद पाने के लिये कतारबद्ध हो कर खड़े थे।
अमृत स्नान की शुरूआत महानिर्वाणी अखाड़े के स्नान के साथ हुई। इसके बाद पूर्वनियोजित कार्यक्रम के अनुसार निरंजनी अखाड़ा, पंचदशनाम जूना अखाड़े के साथ आवाह्न और पंच अग्नि अखाड़े के नागा साधुओं ने स्नान किया।
महाकुंभ में पहले अमृत स्नान के दिन सभी अखाड़ों के साधु, संत सबसे आगे अपने-अपने अखाड़ों की धर्म ध्वजा लेकर चल रहे थे। धर्म ध्वजा के पीछे अखाड़ों के नागा संन्यासी इष्ट देव के जयकारे लगाते हुए, इष्ट देव के विग्रह लेकर बाजे-गाजे, ढोल, नगाड़े बजाते हुए त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहे थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, कि प्रथम अमृत स्नान पर्व पर आज 3.50 करोड़ से अधिक पूज्य संतों और श्रद्धालुओं ने अविरल-निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ अर्जित किया।