एसबीआई बोला, निष्क्रिय खातों को चालू घोषित करने के बदले जाएं नियम
मुंबई- बैंकों में खाते को निष्क्रिय करने के नियमों में बदलाव की मांग की गई है। देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने भारतीय रिजर्व बैंक यानी आरबीआई को नियम बदलने के लिए सुझाव भी भेजा है। इसमें कहा है कि निष्क्रिय खातों को चालू घोषित करने के लिए शेष राशि की जांच जैसे गैर वित्तीय लेनदेन पर भी विचार किया जाए।
एसबीआई चेयरमैन सी. एस. शेट्टी ने कहा, कई बार खाताधारक खासकर वे खाताधारक जिन्होंने सरकारी कार्यक्रमों के तहत वित्तीय मदद हासिल करने के लिए खाते खोले हैं, सीमित संख्या में लेनदेन करते हैं। खाते में पैसे जमा होने के बाद अधिकतम केवल दो-तीन बार उससे पैसे निकाले जाते हैं। उसके बाद उनको निष्क्रिय घोषित कर दिया जाता है।
शेट्टी ने कहा, मौजूदा नियम एक निश्चित समयावधि में वित्तीय लेनदेन पर केंद्रित हैं। इस कारण बहुत सारे खाते निष्क्रिय हो जाते हैं। जब कोई ग्राहक वास्तव में कोई गैर-वित्तीय लेनदेन करता है, तो यह इस बात का संकेत है कि वह बैंक खाते के बारे में जागरूक है।

