एफआईआई की बिकवाली इस महीने भी जारी, 5 सत्रों में निकाले 20,000 करोड़
मुंबई- विदेशी संस्थागत निवेशक यानी एफआईआई भारतीय शेयर बाजार से लगातार बिकवाली जारी रखे हुए हैं। इस महीने के अब तक महज पांच कारोबारी सत्रों मे ही इन्होंने 19,994 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं। इससे पहले अक्तूबर में इन निवेशकों ने रिकॉर्ड 94,017 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए थे।
आंकड़ों के मुताबिक, एफआईआई ने जनवरी से लेकर अब तक कुल 13,401 करोड़ रुपये के शेयर बेचे हैं। चालू वित्त वर्ष यानी अप्रैल से अब तक 24,295 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए हैं। इसका सीधा असर यह हुआ कि अक्तूबर में एनएसई निफ्टी छह फीसदी से ज्यादा टूट गया। यह पिछले साढ़े चार साल में किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट रही थी।
एफआईआई की बिकवाली का असर यह रहा कि इस महीने के पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स में 238 अंकों की गिरावट रही है। एक नवंबर को यह 79,724 पर बंद हुआ था, जबकि शुक्रवार को यह गिरकर 79,486 पर पहुंच गया। इस दौरान बाजार पूंजी भी 3.75 लाख करोड़ रुपये घट गई।
विदेशी निवेशकों ने इस दौरान सबसे ज्यादा शेयर बैंकिंग के बेचे हैं। अक्तूबर में इन निवेशकों ने बैंकों के 26,139 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए। इसके बाद तेल, गैस, एफएमसीजी और ऑटो क्षेत्र के शेयरों की बिकवाली रही। तेल और गैस क्षेत्र से 21,444 करोड़ रुपये की निकासी हुई है। एफएमसीजी से 11,582 करोड़ रुपये और ऑटो सेक्टर से 10,440 करोड़ रुपये निकाले गए हैं।
उपभोक्ता सेवाओं, आईटी, बिजली, रियल्टी और दूरसंचार जैसे सेक्टर में भी एफआईआई ने अपनी हिस्सेदारी घटा दी। विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था और भारतीय कॉरपोरेट की कमाई घटने का यह असर है। साथ ही, चीन के प्रोत्साहन का भी असर है। हालांकि, घरेलू निवेशक वित्तीय क्षेत्र के शेयरों में लगातार खरीदी कर रहे हैं।