अमिताभ बच्चन की फैमिली ऑफिस ने अब स्वीगी में खरीदी मामूली हिस्सेदारी
मुंबई- बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन के फैमिली ऑफिस ने क्विक कॉमर्स की बड़ी कंपनी Swiggy में एक छोटी हिस्सेदारी खरीदी है। हालांकि, इस वित्तीय लेन-देन के विवरण का खुलासा नहीं किया गया है।
बच्चन परिवार का निवेश ऐसे समय में देखने को मिल रहा जब क्विक कॉमर्स उद्योग में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ रही है। गौर करने वाली बात है कि देश में तेज डिलीवरी सेवाओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। Swiggy ऑनलाइन फूड डिलीवरी और ’10-मिनट’ ग्रोसरी डिलीवरी सेवाओं में काम करती है और Zomato और Zepto के साथ इस बाजार की प्रमुख कंपनियों में से एक है।
ज्ञात हो कि Zepto फूड डिलीवरी सेवाएं नहीं देती है, लेकिन अपने ग्रोसरी डिलीवरी बिजनेस मॉडल के कारण इसकी वैल्यूएशन 5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है। Zomato और Swiggy, जो कभी फूड डिलीवरी में प्रतिद्वंद्वी थे, अब ग्रोसरी डिलीवरी के बाजार में एक-दूसरे से मुकाबला कर रहे हैं।
Zomato की ग्रोसरी सेवा Blinkit की मजबूत परफॉरमेंस के साथ, इसका बाजार पूंजीकरण 2 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। वहीं, Swiggy की वैल्यूएशन मार्च 2024 तक Baron Capital के अनुसार 15.1 बिलियन डॉलर आंकी गई है। Swiggy की ग्रोसरी सेवा प्लेटफॉर्म को Instamart के नाम से जाना जाता है।
Deloitte के अनुसार, इस दशक के अंत तक भारत में ई-कॉमर्स बाजार के ऑफलाइन बाजार से 2.5 गुना तेजी से बढ़ने की उम्मीद है। रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक ऑनलाइन बाजार $325 बिलियन तक पहुंच सकता है, हालांकि ऑफलाइन रिटेल बाजार अभी भी बड़ा रहेगा और उसी साल $1,605 बिलियन तक पहुंच जाएगा।
एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ऑफ अमेरिका ने अनुमान लगाया है कि अगले पांच वर्षों में क्विक कॉमर्स 2.5 करोड़ भारतीय घरों तक पहुंच सकता है। क्विक कॉमर्स बिजनेस मॉडल की बड़ी संभावनाओं ने रिलायंस, फ्लिपकार्ट और अमेज़न जैसी प्रमुख कंपनियों को इस क्षेत्र में अपने वेंचर शुरू करने के लिए प्रेरित किया है। इसके अलावा, इस मॉडल के आकर्षक मौके देखकर बाटा जैसी फुटवियर कंपनियां भी इन प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपने उत्पाद बेचने पर विचार कर रही हैं।