पेटीएम की हालत, 20 अरब डॉलर से घटकर 2.5 अरब डॉलर हुआ मार्केट कैप
मुंबई- देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम (Paytm) की मूल कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications Ltd) के शेयरों में गिरावट का सिलसिला कल भी जारी रहा। नोएडा की इस कंपनी के शेयरों ने मंगलवार को पांच फीसदी गिरावट के साथ लोअर सर्किट छू लिया।
इससे पहले सोमवार को भी इसने लोअर सर्किट छुआ था। इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 2.5 अरब डॉलर रह गया है जबकि 2021 में आईपीओ लाते समय कंपनी की वैल्यूएशन 20 अरब डॉलर थी। बीएसई पर कंपनी का शेयर पांच फीसदी गिरावट के साथ 334.15 रुपये पर आ गया। इसका 52 हफ्ते का न्यूनतम स्तर 318.35 रुपये है जो उसने इसी साल 18 फरवरी को छुआ था। कंपनी के सीओओ और प्रेजिडेंट भावेश गुप्ता ने रिजाइन दे दिया है। कंपनी ने शनिवार को इसकी घोषणा की थी।
पेटीएम का 18,300 करोड़ रुपये का आईपीओ 2021 में आया था। इसका इश्यू प्राइस 2,150 रुपये था। लेकिन लिस्टिंग के बाद ही कंपनी का मार्केट कैप गिरकर 13 अरब डॉलर रह गया था जो इसके अंतिम प्राइवेट मार्केट वैल्यूएशन 16 अरब डॉलर से कम था। कंपनी के आईपीओ में पैसा लगाने वालों को प्रति शेयर 1,800 रुपये से अधिक का घाटा हुआ है। हाल में आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक की सेवाओं पर रोक लगा दी थी। इसके बाद पेमेंट बैंक को एमडी और सीईओ सुरिंदर चावला ने रिजाइन कर दिया था।
शनिवार को कंपनी ने लीडरशिप स्ट्रक्चर में बड़े फेरबदल की घोषणा की थी। कंपनी के वेल्थ मैनेजमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम मनी के सीईओ वरुण श्रीधर की जगह राकेश सिंह को दी जा रही है। राकेश सिंह PayU के निवेश वाली कंपनी Fisdom की ब्रोकिंग सर्विसेज के हेड रह चुके हैं।
पेटीएम का आईपीओ आठ नवंबर 2021 को सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इसका इश्यू प्राइस 2,150 रुपये था। बड़ी संख्या में रिटेल इनवेस्टर्स ने हिस्सा लिया था। लेकिन यह शेयर कभी भी अपने इश्यू प्राइस के आसपास नहीं पहुंच सका। कंपनी का शेयर 9.30% डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुआ और फिर 27% से अधिक गिरावट के साथ बंद हुआ। यानी लिस्टिंग पर दमदार कमाई की उम्मीद कर रहे निवेशकों को भारी निराशा हुई।
लिस्टिंग के बाद भी यह शेयर लगातार गिरता रहा। इसका 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 998.30 रुपये है। पिछले साल 20 अक्टूबर को यह इस स्तर पर पहुंचा था। सोमवार को यह 351.70 रुपये पर बंद हुआ था और मंगलवार को 350.95 रुपये पर खुला। फिर इस पर लोअर सर्किट लग गया और यह 334.15 रुपये पर आ गया। इस कीमत पर इसका मार्केट कैप 21,242.09 करोड़ रुपये रह गया है। इस तरह आईपीओ में स्टॉक पाने वाले निवेशकों को हरेक शेयर पर 1,815.85 रुपये का घाटा हो चुका है।