चुनाव बाद बढ़ सकती है मकानों की बिक्री, कीमतों में भी तेजी की उम्मीद
मुंबई- लोकसभा चुनाव से भी रियल एस्टेट क्षेत्र को तेजी मिल सकती है। बीते दो लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए एनारॉक ने कहा, इस साल रियल एस्टेट कारोबार नए शिखर पर जा सकता है। वर्तमान में महंगाई नियंत्रण में है। इससे घर खरीदारों के बीच आत्मविश्वास बढ़ा है।
रिपोर्ट के अनुसार, 2019 के बाद 2020 के शुरुआत में आई कोरोना महामारी से रियल एस्टेट की वृद्धि अस्थाई रूप से थम गई। हालांकि 2021 के बाद यह क्षेत्र तेज गति से आगे बढ़ा। वर्तमान हालात आवासीय बाजार के पक्ष में हैं। यह साल आवास की बिक्री और नए लॉन्च के मामले में रिकॉर्ड बना सकता है।
वर्ष 2016 व 2017 के दौरान नोटबंदी, रेरा व जीएसटी जैसे प्रमुख ढांचागत सुधार के कारण रियल एस्टेट में आवासीय क्षेत्र की हालत खराब थी। इसके बाद जब 2019 में लोकसभा चुनाव हुए तो इस क्षेत्र के काफी अच्छा साबित हुआ। साल 2019 में करीब 2.61 लाख मकानों की बिक्री हुई।इस साल करीब 2.37 लाख नए मकान लॉन्च हुए।
2014 में 7 प्रमुख शहरों में करीब 3.45 लाख मकान बिके। 5.45 लाख नए मकानों की लॉन्चिंग हुई, जो किसी एक साल में सबसे अधिक लॉन्चिंग थी। प्रमुख 7 शहरों में 2014 में 2013 की तुलना में मकान की औसत कीमत 6 फीसदी बढ़कर 5,168 रुपये वर्ग फुट हो गई। साल 2019 में यह कीमत 2018 के मुकाबले महज एक फीसदी बढ़कर 5,588 रुपये वर्ग फुट दर्ज की गई।